अमरावती

येवदा ग्रापं में स्थायी ग्राम विकास अधिकारी की नियुक्ति करने की मांग

प्रहार जनशक्ति ने सीईओ को सौंपा ज्ञापन

येवदा/दि. २७-दर्यापुर तहसील की सबसे बड़ी ग्रामपंचायत रहने वाले येवदा में स्थायी ग्राम विकास अधिकारी नहीं है. ग्राम विकास अधिकारी राजेंद्र चोखंडे अचानक बीमार छुट्टी पर चले गए और उसी समय उनका तबादला कर दिया गया. कोरोना बीमारी फैलने के बाद से निरंजन गायगोले को येवदा में ग्राम विकास अधिकारी के पद का अतिरिक्त प्रभार दिया गया था. निरंजन गायगोले भी अस्वस्थता अवकाश पर चले जाने के कुछ समय पश्चात उनके स्थान पर ग्राम विकास अधिकारी सुभाष खंडारे को स्थाई रूप से नियुक्त कर दिया गया, किंतु सुभाष खंडारे कुछ ही दिनों में लंबी बीमारी अवकाश पर चले गये, उनके स्थान पर स्थायी ग्राम विकास अधिकारी नियुक्त किये बिना राहुल किटुुकले, निरंजन गायगोले, अरुण रायबोले को अक्सर अतिरिक्त कार्य सौंपे जाते थे. वर्तमान में अरुण रायबोले भी १८ अप्रैल २०२३ से बीमार रहने के चलते छुट्टी पर चले जाने के बाद, गट विकास अधिकारी ने १९ अप्रैल को दिनेश टोले को अतिरिक्त रूप में नियुक्त करने का आदेश दिया गया. उसके बाद दिनेश टोले ने गट विकास अधिकारी के नियुक्ति आदेश की अवहेलना की और येवदा ग्राम पंचायत में पदभार नहीं संभाला. जिसके कारण गांव परिसर के लोगों के कई काम प्रभावित हो रहे है. सुभाष खंडारे मई २०२३ में सेवा से सेवानिवृत्त हो रहे हैं. उनकी सेवानिवृत्ति के बाद उनके स्थान पर स्थायी ग्रामविकास अधिकारी की नियुक्ति की मांग प्रहार जनशक्ति की ओर से प्रदीप वडतकर ने जिप मुख्य कार्यकारी अधिकारी से ज्ञापन द्वारा की है.

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