अमरावती

वेक्स व्दारा मिट्टी गणेश मूर्ति स्टॉल का उद्घाटन

मिट्टी के गणपती बिठाओं पर्यावरण के प्रति प्रेम दिखाओं का दिया नारा

वन्यजीव व पर्यावरण संवर्धन संस्था के उपक्रम का 18वां वर्ष
अमरावती/दि.19– वन्यजीव व पर्यावरण संवर्धन संस्था (वेक्स) अमरावती की ओर से विगत 18 वर्ष से अमरावती शहर में मिट्टी के गणपती बिठाओं निसर्ग के प्रति प्रेम दिखाओं उपक्रम चलाया जाता है. इस वर्ष भी उपक्रम का 18वां वर्ष मनाया गया. जिसके अंतर्गत प्रदुषण मुक्त गणेशोत्सव मनाने की दृष्टी से मिट्टी की मुर्ति बनाने की कार्यशाला, व्याख्यान, प्रस्तुती करने व प्रदर्शनी के माध्यम से जनजागृती व भाविकों को मिट्टी के गणेश मूर्ति उपलब्ध कराने हेतु स्टॉल लगाया गया. इस वर्ष भी अमरावती शहरवासियों के लिए मिट्टी के गणपती मूर्ति उपलब्ध करानेके लिए नेहरु मैदान में स्टॉल का औपचारिक उद्घाटन 18 सितंबर को सुबह 11 बजे निवासी उपजिलाधिकारी आशिष बिजवल व भारतीय महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. आराधना वैद्य के शुभहस्ते तथा नुटा संगठन अध्यक्ष प्रा. डॉ. प्रवीण रघुवंशी, सिनेट सदस्य प्रा. डॉ. प्रशांत विघे की प्रमुख उपस्थिती में किया गया.
उद्घाटन कार्यक्रम में संस्था अध्यक्ष प्रा. डॉ अंजली देशमुख, सचिव डॉ.जयंत वडतकर, कार्यक्रम समन्वयक डॉ. श्रीकांत वर्‍हेकर, कोषाध्यक्ष प्रा. डॉ. गजानन वाघ, सहसचिव प्रा. डॉ. मंजुषा वाठ, कार्यकारिणी सदस्य प्रा. डॉ. रमेश चोन्डेकर, किरण मोरे, मनीष ढाकुलकर, सौरभ जवंजाल प्रमुख रुप से उपस्थित थे. अमरावती शहर में पर्यावरण संवर्धन व जनजागृती के लिए (वेक्स) संस्था यह विगत 23 वर्ष से कार्य करते हुए प्लास्टर ऑफ पैरिस की मूर्ति से होने वाले प्रदुषण को रोकने के लिए व इस बात की जनजागृती के लिए मिट्टी के गणेश मूर्ति उपलब्ध कराने हेतु सबसे पहले 2005 में यह उपक्रम शुरू किया गया. उद्घाटक आशिष बिजवल ने उपक्रम की तारीफ करते हुए कहा कि यह उपक्रम सचमुच में पर्यावरण की रक्षा करने के लिए लाभकारी साबित होगा. आज हर कोई मिट्टी के गणपती मूर्ति की मांग कर पर्यावरण की रक्षा करना चाहता है. ऐसा विचार व्यक्त किया. आज यह विचार जन-जन तक लोकप्रिय होने से मिट्टी के मूर्ति की मांग दिनों दिन बढती जा रही है. ऐसे उपक्रम को सफल बनाने का आवाहन सचिव डॉ जयंत वडतकर ने किया. कार्यक्रम अंतर्गत नागरिकों में जनजागृती करने के लिए संस्था के पदाधिकारी/सदस्य डॉ. दिपलक्ष्मी कुलकर्णी, डॉ रिना लाहिरीया, प्रा. अर्चना इंगोले- उभाड, प्रा. डॉ. अनंत वडतकर, प्रा. गजेंद्र पचलोरे, प्रा. संजय रेड्डी ने सहकार्य किया. कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए मयुरी कथलकर, सुमित अंबुलकर, प्रतिक चौधरी, साहिल मानकर, ने अथक परिश्रम किया. पर्यावरण जनजागृती को संस्था से विविध महाविद्यालय के विद्यार्थी जोडने हेतु श्री. शिवाजी विज्ञान महाविद्यालय, विदर्भ ज्ञान विज्ञान संस्था, नरसम्मा हिरय्या महाविद्यालय, भारतीय महाविद्यालय, ब्रजलाल बियाणी महाविद्यालय, केशरबाई लाहोटी महाविद्यालय, विनायक विज्ञान महाविद्यालय, नांदगाव खं. व महात्मा ज्योतिबा फुले महाविद्यालय भातकुली आदि महाविद्यालय आदि स्थानों के आनंद मोहोड, अभिषेक पाटील, देवांग ठाकरे, राहुल दत्तानी, समीक्षा पेढेकर, तेजस जाधव, मंथन डांबरे, चंचल माहुलकर, रितेश परतेती, मनस्वी कडू आदि विद्याथियों ने स्वयंसेवक के रुप में कार्य किया.

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