अमरावती/दि.26 – कृषि क्षेत्र से जुडे जरुरी सभी वस्तुएं, खाद, कीटनाशक समेत अन्य सामग्री से सजे आधुनिकतम प्रतिष्ठान कृषि आनंद का शुभारंभ गुरुवार को परिवार की प्रमुख सुगनबाई गांग तथा पूर्व लेडी गर्वनर कमलताई गवई के हाथों किया गया. पुराना कॉटन मार्केट रोड स्थित इस विशाल प्रतिष्ठान को हर वर्ग के नागरिकों ने भेंट देकर प्रशंसा की. साथ ही इस प्रतिष्ठान को जिले के किसानों के लिए बेहद जरुरी होने की बात कही.
स्थानीय पुराना कॉटन मार्केट मार्ग पर स्थित गोपाल किराणा के नजदीक कृषि आनंद प्रतिष्ठान का विधिविधान के साथ उद्घाटन हुआ. मनोज जैन व्दारा संचालित कृषि आनंद प्रतिष्ठान की स्थापना 2009 में हुई थी. इस प्रतिष्ठान ने कृषि क्षेत्र से जुडे सभी जरुरतमंदों के लिए हर प्रकार की सामग्री तथा ट्रान्सपोर्ट की व्यवस्था उपलब्ध कराने के कारण यह प्रतिष्ठान कम समय में उंचाईयों की बुलंदियों को छूने लगा है. वर्तमान में प्रतिष्ठान का 3400 स्क्वे.फीट में ग्राहकों की सेवा में प्रस्तुत कृषि आनंद प्रतिष्ठान के उद्घाटित अवसर पर विविध क्षेत्र से जुडे 1 हजार से ज्यादा गणमान्यों की मौजूदगी थी. जिले के 400 से 450 कृषि केंद्र के संचालकों सहित नामांकित कंपनियों के सीईओ व एमडी भी प्रमुखता से मौजूद थे. इस प्रतिष्ठान के विस्तार के लिए आर्किटेक्ट सचिन जेैन, इंटेरियर गौरव बियाणी व सिविल इंजि.मुश्ताक बेग का विशेष सहयोग मिला, ऐसी जानकारी प्रतिष्ठान के संचालक मनोज जैने ने दी है.
कृषि आनंद प्रतिष्ठान के शुभारंभ अवसर पर सुश्री रामप्रियाश्रीजी, विधायक सुलभा खोडके, डॉ.गोविंद कासट, प्रा.सुभाष गवई, प्रभाताई आवारे, ताराचंद बोकरिया, सुगनचंद गांग, धरमचंद गांग, मोहनलाल ओस्तवाल, पूर्व सांसद अनंत गुढे, रघुवीर के चंद्रकांत पोपट, विजय बोथरा, कोमल बोथरा, सुभाष भंडारी, पन्नालाल ओस्तवाल, अमृत मुथा, नवीन चोरडिया, खसाटे पाटील, संभाजी कोलडे, कृषि अधिक्षक चव्हाण, पाटणे, माहुरे, ठक्कर, प्रसाद देशमुख, श्रीराम बगडे, दिघाडे, शाहा, प्रशांत वायझडे, राजेश पाटील, प्रशांत साखरे, संजय बोंडे, प्रमोद सोलव, नागे, मस्करे, बारापात्र, उज्वल आगरकर, तलेगांवकर, एल.जी.आडे, एसडीओ जी.टी.देशमुख, अजित सिड्स के संजय गाढे, आईपीएफ के शेंडगे, ओस्तवाल सिड्स के राजेश कडूकार, बसंत एग्रों के गोविंद गांधी, रुची सिड्स के राजेश शर्मा, शंकरपुरे, शाय नाखे, एमडी दीपक भरतीया, निलेश लाठिया, जगदिश अग्रवाल, जुगलकिशोर गट्टाणी, देवदत्त जोशी, मिलींद कांबले, सलीम मिरावाले, सिविल इंजि.मुश्ताक बेग, राजू नन्नावरे, गोविंद दायमा, रमन दायमा, आशिष शर्मा, बाबा राउत, डॉ.सुरेंद्र बरडिया, राजेंद्र सिंघई, किशोर बोकरिया, प्रवीण ओलोकार, रामुजी राम सैनी, गोरव बियानी, समीर बेदमुथा, हरिषभाई लाठिया, जितेंद्र खंडेलवाल, डॉ.ग्रेसपुंजे, मनकचंद धोका, देवदत्त शर्मा, त्रिलोक बोथरा, विनय बोथरा, डॉ.हेमंत मुरके, गिरीधारीलाल बजाज, राजेंद्र भंसाली, हुकुमदंच डागा, मनोज राठी, जगदीश शर्मा आदि प्रमुखता से मौजूद थे.