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पोटे कॉलेज के प्रवेश द्वार पर हुआ भीषण हादसा

बिजली का करंट लगने से चार की मौत

* रंग-रोगन का काम करते समय लोहे की सीढी चिपकी विद्युत तार से
* सीढी पकडे चार मजदूरों ने मौके पर ही तोड दिया दम
अमरावती/दि.29– स्थानीय कठोरा रोड स्थित पोटे कॉलेज के मुख्य द्वार के सामने रंग-रोगन का काम कर रहे चार मजदूर उस समय हादसे का शिकार हो गये, जब रंग-रोगन के काम हेतु प्रयोग में लायी जा रही 21 फीट उंची लोहे की सीढी इस मुख्य द्वार के उपर से गुजर रहे 11 केवी क्षमतावाले विद्युत तार के संपर्क में आ गई और इस सीढी में बिजली का तेज करंट दौडने की वजह से सीढी उठाये चारों लोग सीढी के साथ ही चिपके रह गये. जिनकी मौके पर ही मौत हो गई. इस घटना के चलते पूरे परिसर में जबर्दस्त हडकंप और सनसनी का माहौल है.
पता चला है कि, कठोरा रोड परिसर स्थित पोटे कॉलेज में इन दिनों रंग-रोगन का कामकाज चल रहा है. इसके तहत अक्षय साहेबराव सावरकर (26, टाकली जहांगीर), प्रशांत अरूणराव शेलोरकर (31, शिराला), संजय बबनराव दंडनाईक (45, आदिवासी कालोनी) तथा गोकुल शिलाकरम वाघ (29, टाकली जहांगीर) नामक चार कर्मचारियों द्वारा कॉलेज के मुख्य प्रवेश द्वार का रंग-रोगन करने के बाद यहां लगे लाईट व कांच की साफ-सफाई की जा रही थी. जिसके लिए लोहे से बनी करीब 21 फीट उंची चौकोन सीढी को प्रयोग में लाया जा रहा था. जिसे इन चारोें कर्मचारियों द्वारा मेन गेट पर एक स्थान से दूसरे स्थान तक सरकाया जा रहा था. किंतु ऐसा करते समय इन चारों कर्मचारियों के ध्यान में यह बात नहीं आयी कि, जहां पर वे खडे थे, उसके ठीक उपर करीब 20 फीट की उंचाई से 11 केवी की विद्युत लाईन गूजर रही है. ऐसे में असावधानी पूर्ण ढंग से इन चारों मजदूरों ने जैसे ही इस चौकोन सीढी को मेन गेट के बीचोंबीच रखने हेतु एक साथ मिलकर उठाया, वैसे ही इस सीढी का उपरी सिरा उपर से गुजर रहे विद्युत तार के संपर्क में आ गया और लोहे से बनी सीढी में 11 केवी का बिजली करंट दौडने लगा. जिससे नंगे हाथोें से इस सीढी को पकडे चारों मजदूर लोहे की सीढी से ही चिपके रह गये और उन्हें बिजली के तेज झटके लगने लगे. यह विद्युत प्रवाह इतना अधिक तेज था कि, लोहे से बनी सीढी का निचला हिस्सा गर्म होकर पिघलने लगा. साथ ही जहां पर इस सीढी के पांव जमीन पर टिके, उस जगह पर जमीन में गढ्ढा भी बन गया. सीढी और बिजली के तार का संपर्क टूटते ही सीढी पकडे चारों मजदूर भी सीढी छोडकर जमीन पर गिर पडे. इस समय तक आसपास मौजूद लोगों के ध्यान में तुरंत ही पूरा माजरा आ गया और इस परिसर में चीख-पुकार मचने के साथ ही हडकंप और सनसनी व्याप्त हो गई.
मामले की सूचना मिलते ही नांदगांव पेठ पुलिस ने तुरंत मौके पर पहुंचकर पंचनामा किया तथा चारों मजदूरोें को जिला सामान्य अस्पताल में इलाज हेतु भिजवाया गया. जहां पर प्राथमिक जांच के बाद चिकित्सकों ने बताया कि, इन चारों की घटनास्थल पर ही बिजली का तेज करंट लगने की वजह से मौत हो चुकी थी. नांदगांव पेठ थाना पुलिस ने आकस्मिक मौत का मामला दर्ज कर अपनी जांच शुरू कर दी है. वहीं घटनास्थल पर डीसीपी विक्रम साली, नांदगांव पेठ थाने के पीआई प्रवीण काले तथा क्राईम ब्रांच के पीआई अर्जून ठोसरे ने भेंट देने के साथ ही मामले की जांच को लेकर आवश्यक निर्देश जारी किये.

* चारोें परिवारों को यथायोग्य मुआवजा दिया जायेगा
यह हादसा अपने आप में बेहद दुर्भाग्यजनक है तथा हम अपने चार कर्मचारियों की आकस्मिक मौत से दु:खी व व्यथित है. पोटे शिक्षा संस्था द्वारा चारों कर्मचारियों के परिजनों को योग्य सहायता प्रदान की जायेगी. मैं इस समय राज्य विधान मंडल के शीतसत्र अधिवेशन में हिस्सा लेने हेतु मुंबई में हूं और अमरावती लौटने के बाद जल्द ही चारों परिवारों से मुलाकात करूंगा.
– प्रवीण पोटे पाटील
संस्थाध्यक्ष, पोटे शिक्षा संस्था.

* चार माह का बच्चा हुआ अनाथ
इस हादसे का शिकार हुए शिराला निवासी प्रशांत शेलूरकार का डेढ वर्ष पूर्व ही विवाह हुआ था और चार माह पहले ही उसकी पत्नी ने एक प्यारे से बच्चे को जन्म दिया था. किंतु चार माह की आयुवाले उस नन्हे से बच्चे के सिर से आज पिता का साया हट गया है. साथ ही शेलूरकार परिवार के इकलौते कमाउ सदस्य प्रशांत के निधन की वजह से अब यह पूरा परिवारा बेसहारा हो गया है. वहीं अन्य तीन परिवारों में भी कमोबेश यहीं स्थिति है.

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