महिला और नाबालिगों के लापता होने की घटनाओं में हो रही बढोत्तरी
प्रेम संबंध, सोशल मीडिया है कारणीभूत

अमरावती/दि.14 – महाविकास आघाडी की महिला प्रतिनिधि मंडल ने राज्यपाल सी. पी. राधाकृष्णन से मुलाकात की. पिछले चार साल में देशभर से 13 लाख से अधिक महिला व युवती लापता होने की सच्चाई उन्होंने राज्यपाल के सामने रखी. महाराष्ट्र में भी यहीं परिस्थिति है. महाराष्ट्र में वर्ष 2018 से 2022 तक ऐसे पांच साल में 1 लाख 27 हजार 588 युवती और महिलाएं लापता हुई है. यह आंकडेवारी एनसीआरबी ने दर्ज की है.
पिछले ढाई साल में यानि जनवरी 2023 से 2025 तक अमरावती जिले से 499 नाबालिग युवतियों को अगवा किया गया है. उन्हें शादी का प्रलोभन देकर भगाकर ले गया है. इनमें से 460 युवतियों को खोजने में पुलिस को सफलता मिली तथा पिछले पांच माह में 446 महिला लापता हुई थी. इनमें से 308 महिला मिल पाई. पिछले कुछ माह से महिला तथा युवतियों के लापता होने की घटनाओं में बढोत्तरी हुई है. इस कारण पालक सहित पुलिस प्रशासन की चिंता बढी है. विशेष यानि बालिग होती लडकियां और युवक घर कुछ न बताते हुए अचानक लापता होते रहने से पुलिस को भी उनकी तलाश करते समय परेशानी हो रही है. प्रशासन सहित पालक तथा समाज के जिम्मेदार लोगों द्वारा इस विषय को लेकर गंभीरता से विचार करने की आवश्यकता है.
* पांच माह में 99 लडकियां लापता
ग्रामीण क्षेत्र से इस वर्ष जनवरी से मई माह तक पांच माह में 18 वर्ष से कम आयु की 99 लडकियां लापता हुई है. इन प्रकरणों में अपहरण का मामला दर्ज किया गया है. इन लापता 99 लडकियों में से 73 को पुलिस ने खोजने में सफलता प्राप्त की है.
* महिला और लडकियां लापता होने का कारण क्या?
घरेलू हिंसा और गरीबी, बेरोजगारी व सामाजिक दबाव के कारण महिला व लडकियां घर छोडकर भाग जाती है. मानव तस्करी और शोषण, प्रेम संबंध, सोशल मीडिया का अधिक इस्तेमाल भी इसका मुख्य कारण है.
* पालकों को ध्यान देना आवश्यक
अपनी किशोर आयु की बेटी की तरफ पालक, विशेषकर मां को अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है. नाबालिग लडकियों की आयु बढते समय उन्हें अनेक भावनाओं का अनुभव आता है. इन भावनाओं से जोडने के लिए उन्हें उचित मार्गदर्शन और आधार देने की आवश्यकता रहती है.
* लडकियों से संवाद करना आवश्यक
नाबालिग लडकियों से संवाद करना काफी आवश्यक है. जिससे उन्हें अपने विचार और भावना व्यक्त करने का अवसर मिलता है. पालकों ने उनसे खुले दिल से संवाद करना चाहिए. जिससे उनके संबंध मजबूत होते है.
– एड. सीमा भाकरे,
विधि अधिकारी, महिला व बालविकास विभाग.