फंगस, पोस्ट कोविड बीमारियां शासनमान्य बीमारियों में समाविष्ट करें
प्रहार शिक्षक संगठन के महेश ठाकरे की मांग
अमरावती/दि.7 – राज्य के सरकारी, गैर सरकारी व अन्य संवर्ग के कर्मचारी गत 1 वर्ष से कोविड-19 में सेवा दे रहे हैं. कई अधिकारी कर्मचारियों की मौत भी हुई है, हालांकि कई लोगों ने कोरोना पर मात भी की है. मगर अब कोरोना से ठीक होने के बाद भी ब्लैक फंगस,वाइट फंगस, म्युकर माइकोसिस आदि पोस्ट कोविड बीमारियों ने कहर मचाया है. इस प्रकार की जानलेवा व इलाज के लिए महंगी बीमारियों से कर्मचारियों का आर्थिक बजट बिगड चुका है, इसीलिए इस बीमारी को शासन मान्य बीमारी में समाविष्ट कर शिक्षक-शिक्षकेत्तर कर्मचारियों को वैद्यकीय प्रतिपूर्ति देने की मांग प्रहार शिक्षक संगठन के अध्यक्ष महेश ठाकरे ने की है. इस संदर्भ में उन्होंने मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री को पत्र भेजा. जिसमें उन्होंने कहा कि, अस्पताल में कोविड-19 के इलाज के लिए अधिक खर्च के कारण चिकित्सा प्रतिपूर्ति के लिए सरकार ने इसे सरकार द्बारा अनुमोदित आकस्मिक रोग के रुप में सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग के 17 दिसंबर, 2020 के जीआर में शामिल किया गया. साथ ही 30 अप्रैल, 2021 को शुद्धिपत्र के माध्यम से सरकार द्बारा शासनमान्य रोगों की सूची में कोविड-19 को शामिल किया गया. लेकिन अब पोस्ट कोविड बीमारियां बढ रही है. कोरोना के बाद ब्लैक फंगस के मरीज भी पाए जा रहे हैं, जिसके चलते शिक्षक व शिक्षकेत्तर कर्मचारियों को रकम वापस देकर इस बीमारी को वैद्यकीय प्रतिपूर्ति में डालने की मांग महेश ठाकरे ने की है.