अमरावती/दि.7 – खरीफ का मौसम जैसे जैसे नजदीक आ रहा है, वैसे बाजार समिति में खेतीमाल की आवक बढ रही है. किंतु भाव गिरने से किसानों ने अनाज बिक्री रोक देने का चित्र देखने मिल रहा है.
अमरावती बाजार समिति में अधिकांश जगह से खेतीमाल बिक्री के लिए आता है. पिछले 15 दिनों में खेतमाल के भाव ने उच्चांक काबिज करने से खरीफ मोैसम के लिए आरक्षित रखा गया खेतीमाल किसानों ने बिक्री के लिए लाना शुरु किया था. जिससे आवक बढ गई थी. किंतु दर में कुछ हद तक कमी आते ही आवक भी घट गई. 23 अप्रैल को सोयाबीन 7 हजार 300 रुपए प्रति क्विंटल दर पर खरीदी किया गया. 24 अप्रैल को अच्छे दर्जे का सोयाबीन 7 हजार 600 रुपयों से बेचा गया. जिससे किसानों ने अपना खेतीमाल बिक्री के लिए लाना शुरु करने से आवक बढते ही भाव कम हुए. जिससे फिलहाल खेतीमाल की आवक भी घटने की बात बुधवार को दिखाई दी.
- आवक कम हुई, किंतु भाव में कोई खास कमी नहीं आयी, कुछ किसानों ने अपना खेतीमाल बाजार समिति के गोदाम में गिरवी रखा है, भाववृध्दि की प्रतीक्षा में किसानों ने अनाज आरक्षित रखा है.
– दिपक विजयकर, सचिव कृषि उपज मंडी समिति. - खरीफ मौसम की पूर्व तैयारी के लिए हाल ही में निकला 34 कट्टे गेंहु बिक्री के लिए लाया. किंतु भाव 1 हजार 750 रुपए मिलने से आधा गेंहू बेचा और आधे गेंहु की रखवाली करनी पड रही है. इस स्थिति में क्या करेगा किसान, किसानों का मुद्दा जनप्रतिनिधि ने उठाना चाहिए.
-गणेश राठोड, किसान - चना, सोयाबीन, गेंहु, तुअर के भाव वरिष्ठ स्तर से कम हुए. जिससे खेतीमाल की आवक घटी. लॉकडाउन के चलते व्यापारियों को वरिष्ठ स्तर पर किये व्यवहार के पैसे समय पर न मिलने से किसानों का खरीदी किया अनाज का चुकारा करना मुश्किल हो रहा है.
– गोपालदास लढ्ढा, व्यापारी