प्रतिनिधि/दि.१
अमरावती – खरीफ फसल बीमें का ऑनलाइन आवेदन भरते समय किसानों को अनेक तकनीकी परेशानियों का सामना करना पड रहा है. आवेदन भरने के लिए एक किसान को तकरीबन एक घंटा लग रहा है. इसलिए फसल बीमा भरने की तिथि बढाए जाने की मांग भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष व पूर्व कृषिमंत्री डॉ. अनिल बोंडे ने की है. पूर्व कृषिमंत्री डॉ. बोंडे ने पत्र विज्ञप्ती में बताया कि, महाभूमि अभिलेख, आधार और बीमा कंपनी की वेबसाइड एक ही समय पर शुरु रहने पर ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया पूरी होती है. इन तीन में से किसी भी वेबसाइड में तकनीकी बाधाएं आने पर फसल बीमा निकालने से अनेक किसान वंचित रहने की संभावना बनी हुई है. प्रतिवर्ष किसानों को बेमौसम बारिश का खामियाजा भुगतना पडता है. इसलिए किसानों को राहत दिलाने के लिए फसल बीमा योजना शुरु की गई है. यह योजना तीन वर्षो के लिए लागू की गई है. किसानों के कृषि माल के अनिश्चित नुकसान का मुआवजा सामुहिक रुप में दिलाने के उद्देश्य से यह योजना जिले में चलायी जा रही है. बीमा आवेदन भरने के लिए ३१ जुलाई तक समयावधि थी. लेकिन बीते दो दिनों से लोड बढने से बीमा कंपनियों की सर्वर की गति धीमी पड गई जिससे अनेक किसानों के आवेदन भरे नहीं गए है. बीमा आवेदन भरते समय सबसे पहले आधार प्रमाणिकरण करने की जरुरत है. इसके बाद सातबारह प्रमाणित किया जाता है. संपूर्ण पहलुओ की पडताल करने के बाद आवेदन भरा जाता है. अनेक किसान एक ही समय पर आवेदन भर रहे है. जिससे दिक्कतें आ रही है. ग्रामीण इलाकों में बिजली की लुकाछिपी जारी रहती है. इसके अलावा नेटवर्क की भी समस्या रहती है. जिससे किसानों को परेशान होना पड रहा है. सातबारह के लिए आठ से दस बार समुह नंबर डाले जाने के बाद प्रमाणिकरण होने से किसानों का समय भी बरबाद हो रहा है. तकनीकी कारणों से एक आवेदन भरने के लिए २५ से ३० मिनट बर्बाद हो रहे है. इसलिए फसल बीमा भरने की अवधि बढाकर देने की मांग की गई है.