अमरावती

योजनाओं में समन्वय रखकर किसानोें की आय बढाये

पालकमंत्री यशोमति ठाकुर (Yashomati Thakur) ने दिया निर्देश

  • अपर मुख्य सचिव नंदकुमार ने की समीक्षा

अमरावती/दि.23 – जिला पालकमंत्री यशोमति ठाकुर द्वारा विभिन्न सरकारी योजनाओें को आपसी समन्वय के साथ चलाते हुए किसानों की आय बढाने हेतु सभी विभागोें के क्षेत्रीय स्तर के अधिकारियों की बैठक लेने का निर्देश दिया गया था. साथ ही ‘मैं समृध्द तो गांव समृध्द’ उपक्रम के पायलट प्रोजेक्ट को जिले में शुरू किया गया है. जिसके चलते रोहयो के अपर मुख्य सचिव नंदकुमार की अध्यक्षता में एक बैठक नियोजन भवन में बुलायी गयी. इस बैठक में गांव स्तर पर मनरेगा से रोजगार निर्माण के साथ ही किसानोें की आय बढाने पर ध्यान देने हेतु विविध योजनाओं के समन्वय, गांव की अंगनवाडी, शाला तथा पाणलोट क्षेत्र आदि का विकास पर विचार-विमर्श करते हुए संबंधितों को आवश्यक दिशानिर्देश जारी किये गये.
इस बैठक में जिलाधीश शैलेश नवाल, उपायुक्त धनंजय गोगटे, श्याम मक्रमपुरे, उपजिलाधीश राम लंके, प्रवीण सिनारे, प्रशांत थोरात सहित ग्रामविकास, शिक्षा, महिला व बालविकास, राजस्व, मृदा व जलसंवर्धन तथा रोहयो आदि विविध विभागों के अधिकारी उपस्थित थे.
इस बैठक में रोहयो के मुख्य सचिव नंदकुमार ने कहा कि, कोरोना काल के दौरान रोजगार निर्मिती के लिए मनरेगा के जरिये कई विकास काम चलाये गये, लेकिन अब इसे पारंपारिक कामों और रोजगार निर्मिती तक ही सीमित न रखते हुए इस जरिये ग्रामीण जीवन में समृध्दी लाने और किसानों का जीवनस्तर उंचा उठाने के साथ ही उनकी आय को बढाने के लिए प्रयुक्त करना होगा. साथ ही इस जरिये गांवों में भौतिक सुविधाओं की निर्मिती करना भी संभव है. जिसके लिए व्यापक नियोजन बेहद आवश्यक है. साथ ही कामों का नियोजन करते समय जिन बातोें का किसानों को फायदा हो सकता है, ऐसे कामों को ही शुरू किया जाना चाहिए और किसानोें के हित में शुरू किये जानेवाले कामों का महत्व किसानोें को समझाना होगा, ताकि इन कामोें के साथ अधिक से अधिक जनसहभाग प्राप्त हो सके. इसकी जिम्मेदारी क्षेत्रीय स्तर के महकमोें की है. इन कामों हेतु नियोजीत निधी का विनियोग सार्वजनिक हितों के लिए किया जा सकेगा. साथ ही विद्यार्थियोें को टैब उपलब्ध कराते हुए सूचना तकनीक के जरिये उन्हें बेहतरीन प्रभावी शिक्षा दी जा सकेगी. ऐसा भी अपर मुख्य सचिव नंदकुमार द्वारा बताया गया.

  • अपने द्वारा शुरू किये गये प्रोजेक्ट के संदर्भ में जानकारी देते हुए जिला पालकमंत्री यशोमति ठाकुर ने कहा कि, किसानों के खेतोें पर वृक्षारोपण, फलबाग रोपण, सिंचाई सुविधा, जानवरों के तबेले, जलसंवर्धन जैसे विकास काम करते हुए उन्हें आर्थिक उन्नति की ओर ले जाने हेतु नियोजन किया जाये. साथ ही उपलब्ध बाजारपेठ के अनुसार उत्पादन का नियोजन, प्रगतीशिल किसानों की यशोगाथा को चर्चासत्र व प्रशिक्षण के जरिये किसानों तक पहुंचाने तथा किसानों की व्यक्तिगत समृध्दी सहित गांव की समृध्दी साधने हेतु तमाम आवश्यक प्रयास किये जायेंगे.

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