भूगोल विषय के लिए प्रात्यक्षिक अध्यापन का समय बढाएं
भूगोल परिषद ने पाठ्यपुस्तक निर्मिती मंडल को सौंपा ज्ञापन
चांदूर बाजार/दि.15– कनिष्ठ महाविद्यालय भूगोल परिषद की ओर से विभागीय सचिव अमरावती विभाग के माध्यम से महाराष्ट्र राज्य पाठ्यपुस्तक निर्मिती मंडल को ज्ञापन सौंपा गया. भूगोल परिषद के विभागीय अध्यक्ष प्रा. प्रणित देशमुख व सभी भूगोल शिक्षकों की उपस्थिति में ज्ञापन दिया गया. महाराष्ट्र राज्य पाठ्यपुस्तक निर्मिती व संशोधन मंडल पुणे ने कक्षा ग्यारहवी और बारहवीं के भूगोल विषय के लिए जो प्रात्यक्षिक अभ्यासक्रम तैयार किया है, उस अभ्यासक्रम को पूर्ण करने के लिए सप्ताह में केवल दो घंटे दिए है. केवल दो घंटे में प्रात्यक्षिक अभ्यासक्रम पूर्ण करना संभव नहीं हो रहा. इसलिए कक्षा ग्यारहवीं और बारहवीं भूगोल विषय के विद्यार्थियों को भूगोल प्रात्यक्षिक पढाने के लिए एक कक्षा में कम से कम रोजाना एक घंटा प्रात्यक्षिक तासिका आवश्यक है तथा विज्ञान विषय की तरह 70 + 30= 100 अंकों का लिखित प्लस प्रात्यक्षिक परीक्षा के मुताबिक समावेश हो. आज के दौर में नई जानकारी संकलन और सर्वेक्षण के तकनीक का समवेश पाठयक्रम में होने से तथा आज की गतिमान परिस्थिति में भूगोल विषय का स्पर्धा परीक्षा में महत्व को ध्यान रखा जाए. छात्रों को भूगोल विषय में दिलचस्पी निर्माण होकर अध्यापन का लाभ होने के लिए छात्रहित में महाराष्ट्र राज्य पाठ्यपुस्तक निर्मिती व अभ्यासक्रम संशोधन मंडल पुणे ने कक्षा 11 वीं व 12 वीं भूगोल विषय के लिए प्रात्यक्षिक तासिका बढाने की मांग भूगोल परिषद ने की. ज्ञापन देते समय कनिष्ठ महाविद्यालय भूगोल परिषद के विभागीय अध्यक्ष प्रा. प्रणित देशमुख, कार्याध्यक्ष प्रा. संजय पैठण, प्रा. भुते, डॉ. संजय कोठारी, डॉ. मोहकर सहित विषय शिक्षक उपस्थित थे.