पत्नी और बेटों पर अत्याचार के मामलों में हुई बढोतरी
बाल संरक्षण कक्ष के पास 5 माह में 86 शिकायतें
अमरावती/दि. 13– छोटे बच्चों को आपातकालीन स्थिति में सहायता के लिए चाईल्ड लाइन हेल्पलाईन शुरु की गई हैं. इस हेल्पलाईन पर सितंबर 2023 से जनवरी 2024 तक 86 शिकायतें प्राप्त हुई हैं. इसमें बालविवाह, बाल कामगार, बाल भिखारी, लैंगिक शोषण शिकायत सहित पारिवारिक कलह के चलते पिता द्वारा मां-बेटे को मारपीट होने की शिकायत का समावेश हैं. पहले चाईल्ड लाईन एनजीओं द्वारा चलाई जाती थी. अब यह जिम्मेदारी सितंबर से बाल संरक्षण अधिकारी को दी गई हैं.
सुरक्षा की आवश्यकता रहे बच्चो के लिए आपातकालीन परिस्थिति में संपर्क करने के लिए चाईल्ड लाईन 1098 नंबर की हेल्पलाईन शुरु की गई हैं. देश की एकमात्र और सबसे व्यापक 24 घंटे शुरु रहनेवाली यह हेल्पलाईन हैं. यह हेल्पलाईन महिला व बालकल्याण अधिकारी कार्यालय से जरिए चलाई जाती हैं. यह हेल्पलाईन अनेक बच्चों के लिए जीवनदायिनी साबित हो रही हैं. यह पीडितों को सरकारी योजना तक पहुंचाने के साथ मानसिक आधार देकर कानूनी कार्रवाई में सहयोग करती हैं. कुल मिलाकर बालकों का बचपन संवारने के लिए चाईल्ड लाईन काम करती हैं.
हेल्पलाईन के लिए 1098 पर करें कॉल
बालविवाह, लैंगिक शोषण, छोटे बच्चों से मारपीट, पारिवारिक कलह आदि की शिकायत व जानकारी देना रहा तो सीधें 1098 पर कॉल किया जा सकता हैं. सितंबर 2023 से जनवरी 2024 तक पांच माह में चाईल्ड लाईन के पास 86 शिकायतें आई हैं. 12 शिकायतें लैंगिक शोषण की हैं. जबकि अन्य शिकायतें निवारा, पारिवारिक कलह, शिक्षा व बालविवाह से संबंधित हैं.
चाईल्ड लाईन को बाल कामगार बाबत शिकायतें
बाल कामगार के संदर्भ में चाईल्ड लाईन को शिकायतें आई हैं. इन शिकायतों का निवारण किया गया हैं. कामगार उपायुक्त की तरफ से इसके लिए प्रयास किए गए हैं. पीता द्वारा मां-बेटे से मारपीट और पारिवारिक कलह की शिकायतें आती हैं. उसे आपसी समझौते से निपटाया जाता हैं. सौतेली मां द्वारा अत्याचार होते रहने की शिकायतें हैं.
कोई बच्चें परेशानी में हो तो करें कॉल
आपातकालीन परिस्थिती किसी बालक अथवा बालिका पर आन पडी तो और वह दुविधा में रहे तो उसे सहायता करने के लिए 1098 हेल्पलाईन शुरु की गई हैं. कोई बच्चा दुविधा में रहे तो तत्काल कॉल कर जानकारी दें.
– अजय डबले, जिला बाल संरक्षण अधिकारी.