आवक कम होने से फलों के कीमतों में वृध्दि
लॉकडाउन के चलते विक्रेता संकट में, यातायात का खर्चा बढा
अमरावती/दि.26 – जिले में फिलहाल कोरोना संसर्ग के मरीज बडी मात्रा में फिर बढने लगे. जिससे अमरावती मनपा क्षेत्र व अचलपुर तहसील में प्रशासन की ओर से कडा लॉकडाउन घोषित किया गया है. जिससे अनिश्चित माहौल निर्माण हुआ है. उसका फल बाजार पर भारी परिणाम हुआ है. फल बाजार में फलों की आवक कम हुई है. इसमें लॉकडाउन के चलते विक्रेताओं को खरीदी किया माल विक्री स्थल पर लाने के लिए ज्यादा पैसे देने पड रहे है. परिणाम स्वरुप चिल्लर दुकानों में फलों की कीमतें जबर्दस्त बढी हुई दिखाई दें रही है.
अमरावती में दिनोंदिन कोरोना के मरीज बढते चले जा रहे है. इस कारण फिर नागरिकों ने स्वास्थ्य की ओर ध्यान देना शुरु किया है. उसी में फलों की मांग भी बढ चुकी है. किंतु फलों के बढे हुए भाव ग्राहकों को पसीना छोड रहे है. फिलहाल सभी फलों की कीमतें चिल्लर बाजार में बढ चुकी है. सफरचंद 200 रुपए किलो पार पहुंच चुका है. वहीं मौसंबी ज्यादा भाव खा रही है. संतरा पिछले सप्ताह में 60 रुपए किलो तक उपलब्ध था. फिलहाल संतरे का सिजन अंतिम चरण में है, जिससे संतरे की कीमतें बढने की बात विक्रेता कह रहे है. इसके अलावा अनार, पपई, अंगुर आदि के भी भाव बढ चुके है. विशेष यह कि अमरावती जिले में बढते जा रहे कोरोना संसर्ग व इससे बढ रही दहशत के कारण ठोक बाजार में बाहर से आने वाले माल की आवक अचानक कम हुई है. लगभग 35 से 40 प्रतिशत माल बाजार में कम आ रहा है. जिससे उपलब्ध माल चिल्लर विक्रेताओं को ज्यादा कीमत में खरीदी करना पड रहा है. उसमें लॉकडाउन के चलते निजी यातायात व्यवस्था चरमरा गई है. वही थोक बाजार तडके 3 बजे से 6 बजे तक शुरु रहता है. इस कारण निजी वाहन मर्यादित संख्या में उपलब्ध हो रहे है और मांगेंगे उतना किराया देकर विक्रेताओं को माल दुकान तक लाना पड रहा है. इस कुल स्थिति के चलते फलों की कीमतें अचानक बढ चुकी है. जिससे सर्वसामान्य लोगों को भी कुछ दिन तो भी फल खरीदी से दूर रहना पडेगा, ऐसा लग रहा है.
फल कीमतें
- सफरचंद 200-220 रु.किलो
- अंगुर 100-120 रु.किलो
- मोसंबी 100-120 रु.किलो
- संतरा 80-100 रु.किलो
- चिकु 80-100 रु.किलो