अमरावती/प्रतिनिधि दि.२४ – कोरोना की दूसरी लहर से यद्यपि राहत मिली है. लेकिन बढती महंगाई ने लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है. कोरोना की दूसरी लहर से काफी राहत मिलने के बाद अनलॉक की प्रक्र्रिया आरंभ हुई है. इसमें सब्जियों की कीमतों में वृध्दि ने लोगों का बजट गड़बड़ कर दिया है.
फरवरी से कोरोना की दूसरी लहर ने अमरावती शहर तथा जिले में कोहराम मचाया था. इस दौरान मरीज तथा मौतों की संख्या में भारी वृध्दि के कारण प्रशासन द्वारा सख्त पाबंदिया लगाई गई थी. लेकिन अब इसमें काफी हद तक राहत दी गई है. अनलॉक में दुकानों को भी सुबह से रात ७ बजे तक अनुमति दी गई है. अनलॉक के बाद कुछ ही दिनों में सब्जियों की कीमतों में भारी वृध्दि हुई है. इससे लोगों को आर्थिक झटका सहना पडा है. सब्जी की कीमतों में वृध्दि के कई कारण है. लगातार बारिश, बादलों वाला नजारा, डीजल, पेट्रोल की कीमतों में भी बढोतरी, को भी जिम्मेदार ठहराया जा रहा है. दरों में वृध्दि से घरेलू बजट गडबड़ा गया है.
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सस्ती सब्जियों पर जोर
इस बारे में कई महिलाओं ने बताया कि महंगाई से पहले ही सभी परेशान है. ऐसे में सब्जियों की कीमतों में वृध्दि के बाद सस्ती सब्जियों में ध्यान दिया जाता है. सब्जियों की बजाय अन्य पदार्थो से स्वादिष्ट पदार्थ बनाने पर जोर रहने की बात जयश्री संजय गुरमाले ने कही. कुछ इसी तरह की राय अन्य महिलाओं ने भी दी है.
किसान
सब्जियों की कीमतें बढऩे के बाद भी इसका लाभ प्रत्यक्ष किसानों को नहीं मिल पा रहा है. किसान अनिल सरोदे के मुताबिक लगातार बादलों वाले माहौल का सब्जी उत्पादन पर विपरित असर पडता है. इससे किसान आर्थिक संकट में फंस गया है. किसान राजू पांडे के मुताबिक लॉकडाउन के पहले और बाद में भी किसानों की स्थिति पर कोई विशेष फर्क नहीं पडा है. बारिश के कारण हरी सब्जियां सड़ रही है. सब्जियों की कीमतों में बढोत्तरी के कारण घरेलू बजट भी गडबढ़ाने की जानकारी उन्होंने दी.