अमरावती

रेलवे के आरक्षित टिकट रद्द करने का प्रमाण बढा

रोजाना 150 से अधिक टिकट हो रहे रद्द

अमरावती/दि.20 – इस समय कोविड संक्रमण की तीसरी लहर चल रही है और समूचे देश में लॉकडाउन लगाये जाने की संकेत दिखाई दे रहे है. ऐसे में रेलगाडियों से यात्रा करनेवाले कई लोगों ने अपने आरक्षित टिकट रद्द करने शुरू कर दिये है. अमरावती रेलवे स्टेशन पर ही विगत तीन दिनों से रोजाना 125 से 150 आरक्षित टिकट रद्द हो रहे है और यात्रियों को रोजाना करीब डेढ लाख रूपयों का कैश रिटर्न करना पड रहा है.
बता दें कि, देश में रविवार तक 1 करोड 47 लाख 88 हजार 109 लोग कोविड संक्रमण की चपेट में है. जिसमें से 1 लाख 77 हजार 150 संक्रमितों की मौत हो चुकी है और 1 करोड 28 लाख 9 हजार 643 संक्रमित कोविड मुक्त हो चुके है. साथ ही इन दिनों देश के कई हिस्सों में कोविड संक्रमितों की संख्या लगातार बढ रही है और कोरोना के लगातार बढते संक्रमण की वजह से लोगबाग अब दूसरे शहरों की यात्रा करना टाल रहे है. गरमी के मौसम में होनेवाली भीडभाड को ध्यान में रखते हुए कई यात्रियों ने दो माह पहले ही लंबी दूरीवाली रेलगाडियों में अग्रीम आरक्षण करा रखा था. किंतु कोविड संक्रमितों और मौतों की संख्या को देखते हुए अब अनेकों लोगों ने यात्रा करने का नियोजन रद्द करते हुए अपनी रेल टिकट का आरक्षण रद्द करना शुरू किया है. ऐसे में इन दिनों अमरावती सहित बडनेरा रेलवे स्टेशन पर आरक्षण रद्द करनेवाले लोगों की काफी भीड है. इस समय अमरावती से बिहार, हरिद्वार, उत्तरप्रदेश, चेन्नई, दिल्ली, हैदराबाद व हावडा की ओर जानेवाली रेलगाडियों के आरक्षित टिकट सबसे अधिक रद्द किये जा रहे है.

विशेष रेलगाडियों में भी भीड घटी

कोविड संक्रमण की वजह से महाराष्ट्र में लॉकडाउन व संचारबंदी लागू किये गये है. ऐसे में विशेष रेलगाडियों में अप्रैल माह के दौरान अचानक ही भीड कम हो गयी है और मुंबई तथा पुणे की ओर जानेवाली रेलगाडियों में अब बडी आसानी के साथ आरक्षण उपलब्ध है. किंतु बावजूद इसके लोगबाग इन शहरों की यात्रा नहीं कर रहे, क्योेंकि मुंबई व पुणे में कोरोना संक्रमण को लेकर स्थिति विस्फोटक है और वहां पर इस समय कडा लॉकडाउन लागू किया गया है. वहीं लंबी दूरीवाली रेलगाडियां भी कोविड संक्रमण की वजह से ज्यादातर खाली ही चल रही है, क्योंकि यात्रियों द्वारा अपने आरक्षित टिकट रद्द कराये जा रहे है. ऐसे में रेल प्रशासन को आर्थिक नुकसान का सामना करना पड रहा है.

  • इस समय रेलवे स्टेशन पर आरक्षित टिकट रद्द करने हेतु रोजाना 125 से 150 यात्री आते है. जिन्हें औसतन डेढ लाख रूपये के आसपास रकम लौटानी पडती है. यह स्थिति कोविड संक्रमण की वजह से उत्पन्न हुई है और रेल प्रशासन को काफी नुकसान का सामना करना पड रहा है.
    – डी. वी. धकाते
    आरक्षण केंद्र प्रमुख, अमरावती रेलवे स्टेशन

रेलवे स्टेशन भी दिखाई दे रहे है सुनसान

इस समय कोविड संक्रमण के खतरे की वजह से लोगबाग रेलगाडियों से यात्रा करना टाल रहे है और रेलगाडियों में यात्रियों की भीड बेहद कम है. ऐसे में कभी हमेशा भीडभडक्के से भरे रहनेवाले अमरावती, नया अमरावती व बडनेरा रेलवे स्टेशन अब पूरी तरह से सुनसान व निर्मनुष्य दिखाई दे रहे है. इन दिनों जहां एक ओर स्थानीय यात्री रेलगाडियोें के जरिये बाहरगांव जाना टाल रहे है, वहीं बाहरगांव से आनेवाली रेलगाडियों से बडनेरा रेलवे स्टेशन पर उतरनेवाले यात्रियोें की संख्या भी बेहद कम है और बडनेरा से होकर गुजरनेवाली रेलगाडियों के अधिकांश डिब्बे लगभग खाली ही दिखाई देते है. ऐसे में अमरावती शहर के तीनों रेल्वे स्टेशनों पर सन्नाटा पसरा पडा है.

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