अमरावती/दि.25 – विविध कारणों के चलते अपनी नियमित पढाई करने में असमर्थ रहने वालों के लिए अपनी पढाई पूरी करने हेतु यशवंतराव चव्हाण मुक्त विद्यापीठ काफी महत्वपूर्ण मददगार साबित होता आया है. किंतु अब इसमुक्त विद्यापीठ ने भी अपने शैक्षणिक शुल्क में करीब दोगुना वृद्धि कर दी है. जिसकी वजह से विद्यार्थियों पर आर्थिक बोझ पडने वाला है. विशेष उल्लेखनीय है कि, इस वृद्धि को जारी शैक्षणिक सत्र से ही लागू कर दिया गया है.
उल्लेखनीय है कि, पारंपारिक विद्यापीठों में पढाई महंगी रहने के चलते कई विद्यार्थी मुक्त विद्यापीठों में प्रवेश लेकर अपनी पढाई पूरी करते है. परंतु अब वहां पर भी एक झटके के साथ शुल्क में भारी भरकम वृद्धि कर दी गई है. जिसके चलते मुक्त विद्यापीठों में पढने वाले विद्यार्थियों पर आर्थिक बोझ पडता नजर आ रहा है. उल्लेखनीय है कि, विद्यापीठ के कुल विद्यार्थियों में से आधे से अधिक विद्यार्थियों द्बारा बीए व बी कॉम जैसे पाठ्यक्रमों में प्रवेश लिया जाता है और मुक्त विद्यापीठ ने इन्हीं पाठ्यक्रमों के शैक्षणिक शुल्क में काफी बडी वृद्धि करते हुए विद्यार्थियों का जबर्दस्त आर्थिक झटका दिया है.
ज्ञात रहे कि, मुक्त विद्यापीठ की तिजोरी में करीब 1 हजार करोड से अधिक की निधी है. लेकिन इसके बावजूद भी मुक्त विद्यापीठ के अधिकारियों द्बारा विद्यार्थियों पर आर्थिक बोझ डाला जा रहा है. जिसे लेकर मुक्त विद्यापीठ में पढने वाले विद्यार्थियों मेें काफी हद तक रोष की लहर देखी जा रही है.
* एनरोलमेंट पर होगा परिणाम
नई शैक्षणिक नीति पर अमल करते हुए राज्य के मुक्त विद्यापीठ को कुल पंजीयन प्रमाण वर्ष 2035 तक 50 फीसद पर ले जाना है. फिलहाल यह आंकडा 29.1 फीसद है. वर्ष 1989 में 500 विद्यार्थियों से शुरु हुए यशवंतराव चव्हाण मुक्त विद्यापीठ की विद्यार्थी संख्या किसी समय 6 लाख तक पहुंच गई थी. परंतु शैक्षणिक शुल्क में वृद्धि होने के चलते इसमें अब गिरावट आने की संभावना है.
* ऐसे हुआ बदलाव
पाठ्यक्रम पूराना शुल्क नया शुल्क
बीए प्रथम वर्ष 1,702 रु. 2,988 रु.
बीए द्बितीय वर्ष 2,302 रु. 3608 रु.
बीए तृतीय वर्ष 2502 रु. 4038 रु.
बीएससी प्रथम वर्ष 6202 रु. 9628 रु.
बीएससी द्बितीय वर्ष 6202 रु. 9518 रु.
बीएससी तृतीय वर्ष 6202 रु. 9878 रु.