अमरावती

स्मशान भूमि के गैस शवदाहिनी के पाईप की उंचाई बढाए

शिवसेना विभाग प्रमुख सचिन ठाकरे की मांग

अमरावती/दि.20 – दिनों दिन कोरोना का प्रादुर्भाव बढने के साथ ही मृतकों की संख्या भी तेजी से बढ रही है. इस कारण स्थानीय हिंदू मोक्षधाम में अंत्यविधि के लिए आने वाले शवों की संख्या रोज 25 से 30 के करीब पहुंच चुकी है. उसी में कोरोना बाधित मृतकों के शवों पर हिंदू मोक्षधाम की गैस दाहिनी में अंत्यसंस्कार किये जाते है. इस गैस दाहिनी की उंचाई कम रहने से परिसरवासियों को उसकी त्रासदी का सामना करना पडा रहा है. इस कारण स्मशानभूमि के गैस दाहिनी की उंचाई बढाने की मांग शिवसेना विभाग प्रमुख सचिन ठाकरे ने की है. यहां जारी प्रेस बयान में उन्होंने कहा कि वर्तमान दोनों गैस दाहिनी के साथ ही भविष्य में लगने वाली गैस दाहिनियों के पाईप की उंचाई भी 60 फीट से ज्यादा करनी चाहिए.
शहर में कोरोना का प्रादुर्भाव बढते जा रहा है. वहीं कोरोना की इस नई स्ट्रेन में मृत्युदर बढ चुका है. इसके अलावा बाहरी जिले से अमरावती में दाखिल होने वाले कोरोना बाधितों के शवों पर भी अमरावती में ही अंत्यसंस्कार किये जा रहे है. इस कारण हिंदू स्मशानभूमि में रोजाना 20 से 25 कोरोना बाधितोें के शवों पर अंत्यसंस्कार किये जाते. स्मशान भूमि के वर्तमान गेैस दाहिनी के पाईप की उंचाई 60 फीट है. जिससे गैस दाहिनी से निकलने वाले धुएं से कोल्हटकर कॉलोनी, माधव नगर, नायवाडी, देशपांडे वाडी, गणेश कॉलोनी आदि परिसर के लोगों के स्वास्थ्य को धोखा निर्माण हुआ है. वहीं भविष्य में स्मशान भूमि में गैस दाहिनी की संख्या बढाने को मंजूरी मिले, इस कारण वर्तमान व भविष्य में स्मशान भूमि में लगने वाली गैस दाहिनी के पाईप की उंचाई 60 फीट से ज्यादा करनी चाहिए ताकि परिसरवासियों के स्वास्थ्य को कोई नुकसान न पहूंचे, इस तरह की मांग शिवसेना विभाग प्रमुख सचिन ठाकरे ने की.

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