-
अनुवांशिक सहित अन्य कई वजहें जिम्मेदार
अमरावती/दि.13 – इन दिनों बेहद कम आयु में कई युवाओं के बाल झडने लगे है. ऐसे में युवावस्था के दौरान विवाह से पूर्व ही कई लोग हेयर ट्रान्सप्लांटेशन करवाने लगे है. जिसके चलते इन दिनों हेयर ट्रान्सप्लांटेशन का प्रमाण काफी अधिक बढ गया है.
बता दें कि, बाल झडने की समस्या के तहत शरीर के किसी भी हिस्से के बाल झडने लगते है. जिसके तहत सिर के बालों सहित दाढी-मूंछ अथवा आंखों की भौहें या पलख के बाल भी झड जाते है. दैनंदिन कामों का तनाव, बदलती जीवनशैली और असंतुलित भोजन जैसी वजहों के साथ ही अनुवांशिक कारणों के चलते बाल झडने की समस्या पैदा हो सकती है. बढती स्पर्धा के इस दौर में करियर बनाने के लिए की जानेवाली मेहनत और दौडभाग की वजह से युवा वर्ग के खान-पान की पध्दति में काफी बदलाव हो गया है. ऐसे में अनियमित व असंतुलित जीवन पध्दति की वजह से कम उम्र में ही युवाओं के बाल झड जाते है और ऐसे युवाओं के विवाह में भी काफी तरह की दिक्कतें आती है. ऐसे में कई युवा अब विवाह की आयु से पहले ही हेयर ट्रान्सप्लांटेशन कराने लगे है.
ऐसे किया जाता है हेयर ट्रान्सप्लांटेशन
हेयर हेयर ट्रान्सप्लांटेशन यानी केश प्रत्यारोपण एक तरह की सर्जरी यानी शल्यक्रिया है. जिसे करने के लिए काफी सावधानी बरतना बेहद जरूरी होता है. यह शल्यक्रिया केवल किसी प्लास्टिक सर्जन अथवा त्वचारोग विशेषज्ञ के जरिये ही करवायी जानी चाहिए और हेयर ट्रान्सप्लांटेशन की शल्यक्रिया प्रोसिजर रूम में नहीं, बल्कि ऑपरेशन थिएटर में ही की जानी चाहिए. 1800 से 2000 केशों की ग्राफ्टिंग करने हेतु करीब 5 से 7 घंटे का समय लगता है. इससे अधिक केशों की ग्राफ्टिंग एक समय पर नहीं की जानी चाहिए. अन्यथा यह प्राणघातक भी साबित हो सकता है.
क्योें झडते हैं बाल
किसी बीमारी या ऑपरेशन के बाद अथवा तनाव व चिंता की वजह से बालों का झडना शुरू हो जाता है. इसके अलावा हार्मोनल संबंधी समस्याओं और कुछ दवाईयों की वजह से भी बालों के झडने का प्रमाण बढ जाता है. साथ ही खून को पतला करनेवाली दवाई, विटॅमिन ए अथवा परिवार नियोजन की दवाई के अत्याधिक सेवन की वजह से भी बालों के झडने की समस्या पैदा होती है. इसके अलावा बालों पर रासायनिक हेयरडाय का अत्याधिक प्रयोग करने या ब्लिचिंग करने की वजह से बाल कमजोर होते है और बालों के झडने का प्रमाण शुरू हो जाता है.
क्या कहते हैं एक्सपर्ट
बालों को झडने से रोकने के लिए विशेषज्ञ डॉक्टरों से सलाह ली जानी चाहिए और तनाव मुक्त जीवन जीने का प्रयास करना चाहिए. साथ ही भरपुर नींद लेने के साथ ही संतुलीत व पोषक आहार का सेवन करना चाहिए. इसके अलावा जिस स्थान पर बाल पूरी तरह से झड चुके है, वहां पर डॉक्टरों की सलाह से आयुर्वेदिक औषधों का प्रयोग किया जाना चाहिए.