-
२०० रूपये में भी नहीं भरती थैली
अमरावती/दि.२५ – अगस्त माह में लगातार बारिश व सितंबर माह में वापसी की बारिश के कारण सब्जीभाजी की आवक कम हो गई है. जिसके कारण सब्जीभाजी की समस्या होने पर भी बाजार में आनेवाली सब्जीभाजी की कीमत घट गई है. खराब सब्जी की कीमत भी ५० रूपये हो गई है. गरीबों के लिए सब्जी खरीदना मुश्किल हो गया है. सितंबर माह में भी सब्जी की कीमत आसमान पर पहुंच गई हैे.१५ से२० रूपये में मिलनेवाली सब्जी ५० रूपये में मिलने लगी है. लगातार बारिश के कारण सब्जीभाजी खराब होने पर उसकी आवक कम होने से सब्जी की कीमत आसमान पर पहुंच गई है.बारिश के दिनों में करेले, गवार की फल्ली, गिल्की को भाव नहीं रहता.
किंतु इस समय इन सब्जियों की कीमत भी बढ़ गई है. पांच महिने पूर्व १० किलो प्याज अब ६० रूपये किलो हो गई हैे. आलू ४० रूपये किलो, लहसून ५० रूपये पाव बेचा जा रहा है. लगभग सभी सब्जियों की कीमत ६० से ८० रूपये किलो हो गई है. गवार की सब्जी थोक बाजार में ५५ रूपये किलो है. भिंडी २५ रूपये पाव हैे. ढेम्स की कीमत भी बढ़ गई है. थोक बाजार में वह ५० रूपये किलो से बेचा जा रहा है. बरबटी ४० रूपये, टमाटर ३० रूपये किलो, सस्ती सब्जियों में पत्ता गोबी, बैगन, कद्दू के भाव भी अब २० से ३० रूपये किलो हो गये हैे. पत्ते वाली सब्जियों की दशा भी बहुत बुरी हो गई हैे. पालक के साथ कोथिंबीर भी बारिश से खराब हो गई है. यार्ड में आनेवाली पत्तेवाली सब्जी भी फेंकने में जाती है. बची हुई सब्जी धोने के बाद कुछ देर तक ही रह पाती है. किंतु सब्जी ही नहीं मिलने से ग्राहको को उसे खरीदने के सिवाय कोई रास्ता नहीं रहता.विगत दो दिनों से अमरावती के बाजार समिति में सब्जी के यार्ड में सब्जीभाजी की आवक नहीं हुई.