सोयाबीन की बढी चमक, भंडारण पर जोर
मूल्यवृद्धि की संभावना, उपज मंडी में सोयाबीन की आवक हुई कम
अमरावती/दि.7– अंतर्राष्ट्रीय स्तर की गतिविधियों से सोयाबीन के डीएसओ की मूल्यवृद्धि हुई है. इस कारण सोयाबीन के मूल्य में बढोतरी हुई है. दिवाली की पृष्ठभूमि पर परेशान किसान सोयाबीन बिक्री के लिए लाते रहे तो भी 8 दिनों में 50 प्रतिशत आवक कम हुई है. मूल्यवृद्धि की संभावना से किसानों ने अपना माल घर में ही जमा कर रख दिया है.
इस बार बारिश के अभाव के कारण बुआई में तीन सप्ताह विलंब हुआ. पश्चात जुलाई माह में अतिवृष्टि हुई और अगस्त माह में बारिश न होने से सोयाबीन की फसल को नुकसान पहुंचा. सोयाबीन में चाहिए वैसी बढोतरी नहीं हो पाई. बारिश कम और देरी से होने से किसानों के हाथ फसल ज्यादा नहीं लग पाई. ऐसी परिस्थिति में सत्र में गारंटी से कम भाव में सोयाबीन की बिक्री हुई. क्विंटल के पीछे 4 हजार रुपए सोयाबीन के भाव उत्पादन खर्च भी न निकलने से किसानों की चिंता बढ गई. 8 दिनों में सोयाबीन के भाव ने 4600 रुपए गारंटी भाव को पार कर दिया. शनिवार को 4822 रुपए तक सोयाबीन बेचा गया. सत्र में सोयाबीन 8 हजार तक पहुंच गया है. आगामी दिनों में नाफेड व्दारा सोयाबीन की खरीदी 16 केंद्रों पर शुरु होने वाली है. इस कारण सोयाबीन मूल्यवृद्धि की संभावना बढ गई है, ऐसा किसानों का मानना है.
* उपज मंडी में सोयाबीन के भाव
दिनांक भाव आवक
30 अक्तूबर 4650 से 4750 32584
1 नवंबर 4450 से 4670 19621
3 नवंबर 4650 से 4791 15505
4 नवंबर 4700 से 4822 14960
6 नवंबर 4825 से 4871 18505
* सोयाबीन में अब नमी नहीं
सोयाबीन की नमी अब कम हुई है इसके अलावा डिओसी के मूल्य में भी बढोतरी होने से सोयाबीन की मूल्यवृद्धि हुई है.
– गिरीश अग्रवाल, व्यवसायी