अमरावतीविदर्भ

वडाली व छत्री सहित विद्यापीठ तालाब का जलस्तर बढा

झमाझम बारिश से स्थिति सुधरी

  • तीन दिनों में बरसा १२० मिमी पानी

प्रतिनिधी/दि.१५

अमरावती – विगत तीन दिनों से अमरावती शहर में झमाझम बारिश हो रही है. और इस दौरान करीब १२० मिमी पानी बरसा है. जिसके चलते शहर के वडाली व छत्री तालाब सहित विद्यापीठ परिसर स्थित तालाब के जलस्तर में वृध्दी हुई है और तीन दिनों के दौरान ही इन तीनों तालाबों में जलस्तर बढकर यहां ९० से ९५ प्रतिशत जलसंग्रहण हो गया है. उल्लेखनीय है कि, अमरावती शहर व जिले सहित समूचे विदर्भ में आगामी १८ अगस्त तक झमाझम बारिश होने की संभावना है. ऐसे में क्षेत्र के सभी तालाबों व बांधों के लबालब भर जाने की पूरी उम्मीद है. बता दें कि, छत्री तालाब, वडाली तालाब तथा विद्यापीठ के तालाब के आसपास उंची-उंची पहाडियां है. जहां से बारिश का पानी ढलान से होते हुए इन तालाबों में पहुंच रहा है. ज्ञात रहे कि, इससे पहले गर्मी के मौसम में यह तीनों तालाब लगभग पूरी तरह से सूखने की कगार पर पहुंच गये थे, लेकिन जारी वर्ष में मान्सून के सही समय पर सक्रिय होने की वजह से तालाबों में जलसंग्रहण होना शुरू हुआ. वहीं विगत तीन दिनों से हो रहीं झमाझम बारिश की वजह से तीनों तालाबों में जलस्तर बढने के साथ-साथ यहां ९० से ९५ प्रतिशत जलसंग्रहण हो चुका है. इन तीनों तालाबों में भरपुर जलसंग्रहण होने के चलते इसे अमरावती शहर के भूगर्भिय जलस्तर के लिए तो शानदार माना ही जा रहा है. साथ ही शहर से सटे जंगल परिसर में रहनेवाले वन्यजीवों तथा पशु-पक्षी व प्राणियों के लिए भी इसे संतोषजनक माना जा रहा है. इस समय वडाली तालाब में पानी की सतह पर दिखाई दे रहे कमल के फुल बेहद आकर्षक व मनमोहक नजारा पेश कर रहे है. वहीं दूसरी ओर जिले के सभी छोटे व मध्यम बांधों में भी जलसंग्रहण की स्थिति बेहद शानदार है. इसमें भी जिले के एकमात्र सबसे बडे अप्पर वर्धा बांध में जलसंग्रहण की स्थिति ९५ फीसदी के आसपास पहुंच जाने की वजह से गतरोज अप्पर वर्धा बांध के ११ दरवाजों को खोलना पडा है.

  • चंद्रभागा – ६४.७८ फीसदी

४१.२५ दलघमी की जलसंग्रहण क्षमता रखनेवाले चंद्रभागा प्रकल्प में १४ अगस्त तक २६.७२ दलघमी यानी ६४.७८ फीसदी जलसंग्रहण हो चुका है. इस बांध क्षेत्र में अब तक ४३५ मिमी बारिश दर्ज की गई है. साथ ही विगत २४ घंटों के दौरान इस प्रकल्प क्षेत्र में २० मिमी पानी बरसा है.

  • शहानूर – ७३.२० फीसदी

४४९.५० मीटर की पूर्ण संचय क्षमता रहनेवाले शहानूर मध्यम प्रकल्प में शुक्रवार को ४४४.८८ मीटर तक जलस्तर पहुंच चुका था. इस बांध में ३३.७० दलघमी जलसंग्रहण हो चुका है, जो कुल संग्रहण क्षमता का ७३.२० फीसदी है. इस बांध क्षेत्र में अब तक ६६० मिमी पानी बरस चुका है.

  • सापन – ६३.४७ फीसदी

जिले के पांच मध्यम प्रकल्पों में चौथे स्थान पर रहनेवाले सापन प्रकल्प में शुक्रवार की शाम तक ६३.४७ फीसदी जलसंग्रहण हो चुका था. इस प्रकल्प का पूर्ण जलसंचय स्तर ५१४.५० मीटर है और शुक्रवार को यहां का जलस्तर ५०६.८० मीटर पर पहुंच चुका था. ३८.६० दलघमी की संग्रहण क्षमता रहनेवाले इस प्रकल्प में अब तक २४.५० दलघमी जलसंग्रहण हो चुका है.

  • मात्र १० फीसदी भर पाया पांढरी प्रकल्प

जिले के मध्यम प्रकल्पों की सुची में हाल-फिलहाल ही शामिल किये गये पंढरी प्रकल्प में केवल १०.१९ फीसदी जलसंग्रहण हो पाया है. बता दें कि पंढरी प्रकल्प की कुल जलसंग्रहण क्षमता ५६.४१ दलघमी है. किंतु इस बांध क्षेत्र में अपेक्षित बारिश नहीं होने के चलते यहां इस समय केवल ५.७५ फीसदी जलसंग्रहण ही हो पाया है.

  • तहसीलनिहाय बारिश

पिछले २४ घंटों के दौरान धारणी में १६, चिखलदरा में २०, अमरावती में २०.३, भातकुली में २५, नांदगांव खंडेश्वर में १५.२, चांदूर रेल्वे में १५.३, तिवसा में २४.५, मोर्शी में ३३.९, दर्यापुर में २३.२, अंजनगांव सुर्जी में १६.५, अचलपुर में १६.९, चांदूर बाजार में ३१.५ तथा धामणगांव रेल्वे में १०.१ मिमी बारिश दर्ज की गई.

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