अमरावती

कडे लॉकडाउन में पुलिस पर बढा काम का बोझ

कडी धूप में तपती सडकों पर खडे रहकर करनी पड रही ड्यूटी

  • परिजनों को हो रही पुलिसवालों के स्वास्थ्य की फिक्र

अमरावती/प्रतिनिधि दि.१५ – शहर में कोविड संक्रमण की स्थिति एक बार फिर भयावह होने के चलते विगत मार्च माह से शहर में चरणबध्द ढंग से लॉकडाउन किया जा रहा है. वहीं जारी माह में 9 मई से 15 मई तक लागू किये गये सख्त लॉकडाउन को अब 22 मई तक लागू किया गया है. इस लॉकडाउन में संचारबंदी के नियमों का पालन करवाने हेतु शहर के विभिन्न चौक-चौराहों पर पुलिस का कडा बंदोबस्त लगाया गया है और इस समय भीषण गर्मी के मौसम में कडी धूप के दौरान तपती सडकों पर खडे रहकर पुलिस अधिकारियोें व कर्मचारियों को अपनी ड्यूटी करनी पड रही है. साथ ही सडकों पर बिना वजह घुमनेवाले लोगों का ‘बंदोबस्त’ भी करना पड रहा है. जिसकी वजह से कई पुलिस अधिकारी व कर्मचारी भी कोविड संक्रमण की चपेट में आ चुके है. साथ ही 4 पुलिस कर्मचारियों की कोरोना के खिलाफ चल रही जंग के दौरान मृत्यु भी हुई है. ऐसे में इस समय लॉकडाउन के दौरान ड्युटी पर तैनात सभी पुलिस कर्मियों के परिजनों में चिंता का माहौल है, वहीं दूसरी ओर लॉकडाउन काल के दौरान लगातार बंदोबस्त में तैनात रहने की वजह से पुलिस कर्मियों को भी काफी तनाव एवं काम के बोझ का सामना करना पड रहा है.
बता दें कि, कोविड संक्रमण काल के दौरान अब तक अपने कर्तव्य का निर्वहन करते हुए 268 पुलिसवाले कोविड संक्रमण की चपेट में आये जिनमें 31 अधिकारियों का भी समावेश रहा. इसमें से इस समय 3 अधिकारियों सहित 12 पुलिस कर्मी होम कोरोंटाईन के तहत रखे गये है. वहीं अब तक अमरावती शहर के 4 पुलिस कर्मचारियों की कोविड संक्रमण के चलते मौत हुई है. अमरावती शहर में कुल 1 हजार 800 पुलिसवालोें में से अब तक 1 हजार 581 पुलिसवालों को कोविड वैक्सीन का टीका लगाया जा चुका है. जिनमें 78 पुलिस अधिकारियों का भी समावेश है. वहीं 45 वर्ष से कम आयु रहनेवाले 219 पुलिस कर्मियों द्वारा वैक्सीन मिलने की प्रतीक्षा की जा रही है.
इन दिनों जिस रफ्तार से समूचे शहर में कोविड की संक्रामक महामारी फैल रही है, उसे देखते हुए सभी पुलिस कर्मियों के परिजन काफी भय व चिंता के साये में रह रहे है, क्योंकि पुलिस दल का हिस्सा रहनेवाले उनके परिवार के सदस्यों को रोजाना घर से बाहर जाकर भीडभाड को नियंत्रित करना होता है. ऐसे में उनके कोविड संक्रमण की चपेट में आने का खतरा लगातार बना रहता है. साथ ही पूरा दिन खुले आसमान के नीचे कडी धूप में खडे रहकर ड्यूटी करने की वजह से उनके स्वास्थ्य पर भी विपरित असर पड सकता है. हालांकि इसके बावजूद शहर पुलिस आयुक्तालय के पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों में अपने कर्तव्य निर्वहन को लेकर अब भी जबर्दस्त जज्बा बना हुआ है और वे पूरे समर्पित भाव व निष्ठा के साथ अपने कर्तव्य का निर्वहन कर रहे है. कोविड संक्रमण की चपेट में आने के बाद कोविड मुक्त होने पर कई पुलिस अधिकारी व कर्मचारी एक बार फिर अपने कर्तव्य पर लौट आये है और दुबारा कोरोना योध्दा के रूप में कोविड संक्रमण के खिलाफ जारी जंग के मोर्चे पर डट गये है.

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