परतवाड़ा/अचलपुर/दी ९- बाजार में सोयाबीन की आवक बढ़े इस कारण खरीददारो ने सोयाबीन के दाम को उछाल रखा था.किसानों को खरीददारो का यह फंडा मालूम पड़ चुका है.जब तक अपेक्षित भाव नही मिलते तब तक बाजार में सोयाबीन नही ले जाने की मानसिकता किसानों की बन चुकी है.इस कारण अधिकांश किसानों ने सोयाबीन की बिक्री को प्राथमिकता न देते हुए उसे घर मे ही संग्रहित कर रखा है.
खरीफ मौसम में 26 महसूल मंडल में एक,24महसूल मंडल में दो मर्तबा और सात महसूल मंडल में तीन बार अतिवृष्टि हुई है.अचलपुर,परतवाड़ा, चिखलदरा,धारणी,अंजनगावं सुर्ज़ी,दर्यापुर,मोर्शी,अमरावतीं , भातकुली,चांदुररेल्वे, धामनगावँ रेलवे और चांदूर बाजार तहसील के 545 गाँवो की 34,982हेक्टेयर कृषि भूमि पर फसलों का नुकसान हुआ है.1804 हेक्टेयर जमीन ही पानी मे बह गई.सितंबर की सात और नौ तारीख को अतिवृष्टि के चलते फसलों को भारी नुकसान हुआ है.इससे 42महसूल मंडल की फसलें बर्बाद हुई.सितंबर की अतिवृष्टि से नऊ तहसील के 520 गाँवो में 33099हेक्टेयर क्षेत्र में फसलों को नुकसान हुआ.
संपूर्ण जिले में सोयाबीन का रकबा 2लाख 623हजार 83 हेक्टेयर क्षेत्र में था.अतिवृष्टि और बाद में बारिश के खंडित होने से सोयाबीन की उत्पादकता पर विपरीत परिणाम पड़ा है.सोयाबीन कटाई के बाद और अधिकृत प्रयोग से सोयाबीन जमा करने के बाद 940 किलो प्रति हेक्टेयर यानी प्रति एकड़ 3क्विंटल 76 किलो का उत्पादन हुआ है.कृषि व राजस्व विभाग द्वारा जारी निष्कर्ष अनुसार जिले में सोयाबीन का औसत उत्पादन 24लाख 73हजार 19क्विंटल हुआ है.
बाजार में इसका तीस से पैतीस प्रतिशत सोयाबीन ही बिक्री को आया है.इसमें का ज्यादातर माल बीज कंपनियों द्वारा खरीदी किया गया है.बीज कंपनियों के बाजार में आने से सोयाबीन में भावों में एकतरफा तेजी आई.सोयाबीन ने पांच अंकी10हजार रुपये तक कि उछाल लगा ली.इस कारण इस साल सोयाबीन को बेहतर दाम प्राप्त होंगे, यह आशा रखते हुए किसानों ने सोयाबीन को घर मे ही संग्रहित कर रखा है.
-आवक बढ़ी,भाव गिरे
सोयाबीन के दामो में पिछले दो-तीन दिन से जारी चढ़ उतार देखकर इसे व्यापार चातुर्य का गेम कहा जा रहा है.जिले की अमरावतीं मंडी में 6दिसंबर को 11हजार 190 बोरा सोयाबीन की आवक हुई.रानी सोयाबीन को 7500से 8126और यलो सोयाबीन को 6300से 6681प्रति क्विंटल के भाव मिले है.भावों में तेजी देखकर मंगलवार सात तारीख को 13,838 बोरा सोयाबीन की आवक दर्ज की गई.आवक बढ़ते ही भाव ओंधे मुहं धड़ाम से गिरे.रानी सोयाबीन को 7400 से 7750 और यलो सोयाबीन को 5800से 6371 में खरीदा गया.