अमरावती/दि.16 – बारिश का मौसम आधा बीत चुका है प्रारंभ में हरी सब्जियों के भाव आसमान छू रहे थे. अब ये बढे हुए भाव 40 प्रतिशत घट गए है. जिसके कारण गृहणियों सहित परिवार प्रमुख को कुछ दिलासा मिली है. फिर भी महंगाई कब भडकेगी कहा नहीं जा सकता. हरी सब्जियों की आवक फिलहाल बढी हुई है.
बारिश का मौसम शुुरु होते ही हरी सब्जियों के भाव प्रचंड बढ जाते है. बारिश के कारण हरी सब्जियां शीघ्र ही सड जाती है और फलस्वरुप हरी सब्जियों की आवक भी कम हो जाती है, जिसके कारण उनके भाव बढ जाते है. बारिश शुरु होने को लगभग डेढ से दो माह बीत चुके है. विगत कुछ दिनों से जिले में बारिश ने विराम दिया है. जिसके कारण हरी सब्जियों का उत्पादन बढ गया है. बारिश के प्रारंभ में हरी सब्जयों के भावों में वृध्दि हो गई थी, अब 40 प्रतिशत से कम हो गई है, जिससे गृहणियों को काफी दिलासा मिली है.
बारिश के प्रारंभ में बढते है दाम
बारिश के कारण हरी सब्जियां सड जाती है. उत्पादन लेने वाले किसान उसी प्रकार विक्रेताओं को आधी सब्जियां फेंकनी पडती है. माल में भी घट होती रहती है जिसके कारण बारिश के प्रारंभ में भाव बढते है फिलहाल आवक बढ गई है और हरी सब्जियों के दाम कम हो गए है.
– सब्जी विके्रता
राज्य के अन्य जिलों से आती है पालक
अमरावती जिले में नाशिक औरंगाबाद सहित आसपास के कुछ जिलों से पालक बिक्री के लिए आती है. फिलहाल मात्र जिले के विविध गांवों से पालक बडे प्रमाण में बाजार में आ रही है. जिसके कारण दूर से आनेवाली पालक बिक्री के लिए फिलहाल नही आ रही है, ऐसा व्यापारियों का कहना है. आगामी माह में बाहर के जिलों से पालक बिक्री के लिए आ सकती है, ऐसा अनुमान व्यक्त किया जा रहा है.
आवक बढने से दाम घटे
बारिश के दिनों में किसानों को हरी सब्जियों का उत्पादन लेना कठिन व तकलीफदेह होता है. जो कुछ हरी सब्जियां आती है उनमें सडने का प्रमाण अधिक होता है इसलिए दाम बढते है फिलहाल आवक बढ गई है व दाम भी कम हो गए है.
– सब्जी विक्रेता