* घटना के 25 दिन बाद शिकायत दर्ज
अमरावती /दि. 2– मनी लॉड्रींग का दिखावा कर 45 वर्षीय शिक्षक को डिजिटल अरेस्ट किया गया. इस प्रकरण में मामला दर्ज कर संपूर्ण परिवार को गिरफ्तार करने का डर दिखाया गया. इस अकल्पित मामले से छुटकारा पाने के लिए शिक्षक को 5 लाख रुपए ट्रान्सफर करने विवश किया गया. इस प्रकरण में साईबर थाने में घटना के 25 दिन बाद मामला दर्ज किया गया है.
स्थानीय रहेमत नगर निवासी 45 वर्षीय शिक्षक को 4 नवंबर को सुबह 9 बजे के दौरान एक वीडियो कॉल आया. सामने से राजकुमार और हेमराज कोली बातचीत करते रहने की जानकारी दी गई. 9801294895 क्रमांक से आए कॉल पर से इन व्यक्तियों ने टेलिकॉम व क्राईम ब्रांच के अधिकारी रहने का दिखावा किया. बैंक खाते की जांच-पडताल के मुताबिक आपने मनी लॉड्रींग की है. इसमें आरोपी के रुप में आपका नाम है. इन फर्जी क्राईम ब्रांच अधिकारी ने संबंधित शिक्षक को गिरफ्तारी व मामला दर्ज करने का डर दिखाया. 2 से 3 घंटे फोन पर यह घटनाक्रम चलता रहा. शिक्षक पूरी तरह चंगुल में आने का पता चलते ही इस प्रकरण से छुटकारा पाने के लिए संबंधित बदमाश ने पैसों की मांग की. पैसे बंधन बैंक के मल्टीप्लाय एंटरप्राईजेस फिशिंग बिजनेस नामक दो बैंक खातों में भेजने के लिए प्रवृत्त किया गया. आरोपियों ने अपने साथ 4 लाख 99 हजार 971 रुपए की जालसाजी की रहने का आरोप संबंधित शिक्षक ने अपनी शिकायत में किया है.
* नागरिक सावधानी बरते
जालसाजी के ऐसे प्रकरणो में ठग लोग ईडी, सीबीआई, पुलिस अथवा आरबीआई के अधिकारी रहने का दिखावा करते है. फिर नागरिकों को फर्जी प्रकरण में अटकाकर उन पर कार्रवाई करने की धमकी देते है. इस तरह के शिकार न होने और किसी भी अज्ञात स्त्रोत से आनेवाली लिंक पर क्लिक करना टाले. किसी भी अज्ञात फोन कॉल पर आपके व्यक्तिगत अथवा बैंक खातो की जानकारी देने की गलती न करें.
– नवीनचंद्र रेड्डी, पुलिस आयुक्त.