विदर्भ में 15 हजार ट्रक और टैंकर चालकों की बेमियादी हडताल
महामार्ग पर खडे किए ट्रक, यातायात बाधित
* बससेवा भी हुई ठप
नागपुर/दि. 2– केंद्र के प्रस्तावित मोटार वाहन कानून के विरोध में राज्य के ट्रक और टैंकर चालकों ने बेमियादी हडताल शुरु कर दी है. इसका असर आम नागरिकों पर पडा है. इस हडताल के कारण करोडों का व्यवहार ठप हो गया है. ट्रक चालकों ने नारेबाजी करते हुए कानून रद्द करने की मांग की. यह आंदोलन आज भी जारी है.
ट्रक चालकों ने नागपुर के चारों तरफ के महामार्ग पर अपने ट्रक खडे कर दिए हैं. इस कारण यातायात पूरी तरह ठप हो गया था. जिलाधिकारी खुद आंदोलनस्थल पर पहुंचकर अपनी मांगे सुने, ऐसा ट्रक चालकों कहना था. इस आंदोलन के कारण विदर्भ के कुल 15 हजार ट्रक और टैंकर के पहिए थम गए हैं. इससे निर्माण हुई यातायात समस्या के कारण अनेक लोगों की ट्रेन और विमान छूट जाने की भी जानकारी है.
* आंदोलनकर्ताओं ने सडकों पर खडे कर दिए ट्रक
सरकार आंदोलनकर्ताओं की गुहार न सुनते देख ट्रक चालकों ने दोपहर के बाद अपने ट्रक महामार्ग पर आडे कर दिए. इस कारण घंटों तक यातायात बाधित हो गया. यह ट्रक काफी समय तक महामार्ग पर आडे खडे थे. इस कारण शहर और शहर के बाहर बससेवा भी ठप हो गई थी. सिटी बससेवा पर भी इसका असर दिखाई दिया. यात्रियों को ऑटोरिक्शा से शहर में आना पडा. ऐसी स्थिति शाम तक कायम थी. आखिरकार पुलिस व्दारा आंदोलनकर्ताओं को कब्जे में लेने के बाद यातायात व्यवस्था धीरे-धीरे पूर्ववत हुई.
* ट्रक चालकों को जिम्मेदार माना जाएगा
नए मोटार वाहन कानून में दुर्घटना होने की स्थिति में ट्रक चालक को जिम्मेदार माना जाने वाला है. इस प्रकरण में ट्रक चालक को 10 साल की सजा और 7.5 लाख का जुर्माना भी अदा करना पडेगा. इस प्रावधान का देश के ट्रक और टैंकर चालकों ने विरोध कर हडताल शुरु की है.
* राज्य में निर्माण होगी पेट्रोल व डीजल की किल्लत
टैंकर चालक हडताल पर जाने से राज्य में पेट्रोल व डीजल की भारी किल्लत निर्माण होने की संभावना व्यक्त की जा रही है. आंदोलन में बीपीसीएल, एचपीसीएल और इंडियन ऑइल ऐसे तीनों सरकारी तेल कंपनियों के टैंकर चालकों का समावेश है. राज्य के विविध इलाकों में टैंकर बाहर न आने से ईंधन की आपूर्ति चरमरा गई. टैंकर चालकों की हडताल जल्द समाप्त नहीं हुई तो राज्य में पेट्रोल-डीजल की आपूर्ति होने में दुविधा आ सकती है.
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* इस कडे कानून से ट्रक चालक दुविधा में आएंगे
इस कडे कानून के कारण ट्रक चालक दुविधा में आने वाले हैं. गलती न रहने के बावजूद उन्हें जेल में जाना पडेगा. फिलहाल यह प्रावधान राहत होगी. आगे कानून का स्वरुप आने पर ट्रक चालक समेत कार चालक भी दुविधा में आ जाएंगे, इस कारण यह कानून तत्काल रद्द किया जाए.
– कुक्कु मारवाह,
अध्यक्ष नागपुर ट्रक ऑनर्स एसो.