विविध मांगों को लेकर मनपा कर्मियों का बेमियादी कामबंद आंदोलन शुरु
दिए गए आश्वासन पर अमल न होने से कर्मचारी संगठना आक्रामक
* मनपा प्रवेशद्वार के सामने बैठे अनशन पर
अमरावती/दि.12- मनपा कर्मचारियों की प्रलंबित मांगों के लिए मनपा कर्मचारी संगठना द्वारा प्रशासन के साथ प्रत्यक्ष भेंट देकर, ज्ञापन सौंपकर और पत्र व्यवहार करने के बाद भी कोई कदम न उठाये जाने से सभी कर्मचारियों में तीव्र असंतोष निर्माण होने से संगठना की तरफ से मंगलवार 12 सितंबर से बेमियादी कामबंद आंदोलन शुरु किया गया है.
मनपा कर्मचारी संगठना के अध्यक्ष रमेश पांडे, कार्याध्यक्ष मानवीराज दंडे और सचिव प्रल्हाद कोतवाल ने बताया कि मनपा की आस्थापना पर कार्यरत सभी अधिकारी, कर्मचारी, सफाई कर्मी और सेवानिवृत्त कर्मचारी इस कामबंद आंदोलन में शामिल हुए हैं. मनपा में कार्यरत कर्मचारियों और सेवानिवृत्त कर्मियों को छठवें वेतन आयोग का बकाया, महंगाई भत्ता बकाया, सातवें वेतन आयोग का बकाया, अंशदान रकम का हिसाब, 1 अक्तूबर 2005 से जिन कर्मचारियों को स्थायी नियुक्ति दी गई है, ऐसे कर्मियों का अंशतः वेतन से काटे जाने पर इस राशि पर ब्याज का हिसाब स्लीप पर तत्काल देने, आश्वासित प्रगति योजना 10, 20, 30 के मुताबिक लागू करने, सेवा वरिष्ठता सूची तैयार करने, पेंशन बिक्री शुरु करने समेत विविध मांगों को लेकर यह आंदोलन शुरु किया गया है. संगठना का कहना है कि इसके पूर्व 24 मई को मनपा प्रशासन के साथ हुई चर्चा के मुताबिक और लिखित आश्वासन के बाद कामबंद आंदोलन स्थगित किया गया था. लेकिन पश्चात कार्रवाई न होने से मजबूरन आज से यह आंदोलन शुरु किया गया है. आंदोलन बाबत मनपा आयुक्त को 29 अगस्त को नोटीस दी गई थी. तब भी मनपा प्रशासन ने इस बाबत गंभीरता से विचार नहीं किया. सोमवार 11 सितंबर की शाम 6..30 बजे मनपा आयुक्त ने संगठना के पदाधिकारियों को चर्चा करने बुलाया. लेकिन मुख्य मुद्दे पर आयुक्त देवीदास पवार ने कोई चर्चा नहीं की. इस कारण यह आंदोलन शुरु किया गया है. आंदोलन में रमेश पांडे, मानवीराद दंदे, प्रल्हाद कोतवाल के साथ ही कमलाकर जोशी, आकाश तिरथकर, प्रसिद्धी प्रमुख गणेश तंबोले, आशीष अवसरे, अजय पंधरे, विष्णु लांडे, ज्योती पारडशिंगे, सविता पाटील, संदीप वडुरकर, राजेंद्र पांडे, अतुल भेरडे, राजेश उसरे, भागीरथ खैरकार, धरम बिवाड, राहुल परिहार, संजय निकम, जी.पी.काले, शैलेश शर्मा, अजय राठोड, विलास नकाशे, श्रीकृष्ण ढगे, उमा जाधव, सोनाली चिंचे समेत मनपा के आस्थापना पर कार्यरत सभी अधिकारी, कर्मचारी, सफाई कर्मी और सेवानिवृत्त कर्मचारी शामिल हुए हैं. संगठना का कहना था कि अब जब तक मांगें पूर्ण नहीं होती, तब तक यह आंदोलन शुरु रहेगा.