संस्कृत संग सुरक्षा रंगोली से बनाया इंडिया व एशिया बुक रिकार्ड
कराटे खेलते हुए माधुरी सुदा व 26 छात्राओं ने तैयार की 15 हजार फीट रंगोली
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2 घंटे 42 मिनट में रंगोली बनाकर नया किर्तीमान रचा
अमरावती/दि.8 – रंगोली भारतीय संस्कृति का प्रतिक है. प्रदेश बदलते ही रंगोली साकार करने का तरीका बदल जाता है. आंगन की शोभा बढाने वाली यह रंगोली अगर अनोखे अंदाज में तैयार की जाए तो वह वर्ल्ड रिकार्ड बन जाती है. अब तक पांच रिकार्ड अपने नाम कर चुकी शहर की सुविख्यात रंगोली आर्टिस्ट माधुरी सुदा ने फिर एक बार विक्रम स्थापित कर पन्नालाल नगर के मैदान पर मात्र 2 घंटे 42 मिनट में 15 हजार स्क्वे.फीट पर कराटे खेलते हुए भव्य रंगोली साकार की है. उन्होंने ‘संस्कृति संंग सुरक्षा’ का नाम दिया है. उनका रंगोली साकार करने का यह अनोखा अंदाज ‘इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड’ तथा ‘एशिया बुक ऑफ रिकार्ड’ में नाम दर्ज हुआ है.
देश में इस वर्ष आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है. देश के इस अमृत महोत्सव में महिलाओं को अपनी सुरक्षा के प्रति जागरुक होना चाहिए. महिलाओं को आत्मरक्षा हेतु कराटे जैसा हुनर सीखने की आवश्यकता है. साथ ही महाराष्ट्र की संस्कृति को दर्शाने वाली रंगोली के माध्यम से संस्कृति संग सुरक्षा का संदेश देते हुए माधुरी सुधा व उनकी 26 सदस्यीय टीम ने भव्य रंगोली साकार की. सेन्साई आशीष श्रीवास कराटे ग्रुप व शुभम आर्ट्स के साथ आयोजित समिति अध्यक्ष पूर्व स्थाई समिति सभापति मिलिंद बांबल के मार्गदर्शन में पन्नालाल नगर बगीचा मैदान पर यह भव्य रंगोली साकार की.
माधुरी सुदा ने बताया कि, 11 नवंबर 2011 को उन्होंने सबसे पहला रिकार्ड बनाया था. उस समय जिला स्टेडियम के मैदान पर 1 लाख 11 हजार 111 स्वे. फीट की भव्य रंगोली साकार कर विश्व विक्रम स्थापित किया था. जिसके बाद तीन बार लाँगेस्ट रंगोली बनाने का रिकार्ड बनाया है. जिसमें से एक रिकार्ड कोलकाता की धरती पर बनाया गया. विशेष बात यह है कि, मैंने इससे पहले डान्स विथ रंगोली का भी रिकार्ड अपने नाम दर्ज किया है. अब तक कुल पांच रिकार्ड दर्ज कर चुकी हूं. शुक्रवार को एक रिकार्ड मेरे नाम दर्ज हुआ है. इस बार मैंने ओैर मेरी 26 सदस्यीय टीम ने कराटे खेलते हुए रंगोली साकार की. यह रंगोली करीब 5 घंटे में पूर्ण होने की अपेक्षा थी, लेकिन दोपहर 3 बजे से आरंभ यह भव्य रंगोली केवल 2 घंटे 42 मिनट में साकार हुई. जिसके लिए करीब 60 टन रंगोली का इस्तेमाल किया गया. कुल 15 हजार स्वे.फीट में कराटे खेलते हुए रंगोली साकार करने का यह पहला मौका है. इस कारण इस उपक्रम को इंडिया रिकार्ड साथ एशिया बुक ऑफ रिकार्ड में दर्ज किया गया. इस अवसर पर दिल्ली से पधारे पर्यवेक्षक विस्वदीप रॉय चौधरी ने माधुरी सुदा व उनकी टीम को रिकार्ड प्रमाणपत्र से सम्मानित किया है.
माधुरी सुदा ने बताया कि, वह 16 सालों से इस कला का जतन कर हटके रंगोली साकार करने का कार्य कर रही हैं. इस कार्य के लिए मेरे पति स्व सतीश सुदा ने मुझे हमेशा ही प्रेरित किया है. जिसके कारण मैं यह कार्य कर पायी और पांच-पांच रिकार्ड अपने नाम कर पायी.
रिकार्ड बनी रंगोली के मानपत्र वितरण समारोह में आयोजित समिति अध्यक्ष पूर्व स्थायी समिति सभापति मिलिंद बांबल, आशीष श्रीवास, क्रांती महाजन, नंदकिशोर गांधी, चंद्रकांत पोपट, दीपक बांबल, संजय साहू, यश श्रीवास, अंजली खत्री, स्वप्ना श्रीवास, आशा महाजन, नीलेश केडिया, विनोद दमरवैश्य, विजय भनक, विजय बोबडे, सचिन रघुवंशी आदि उपस्थित थे. सभी ने इस भव्य रंगोली को साकार करने में माधुरी सुदा व टीम को विशेष सहयोग दिया.