‘बांग्लादेशी हिंदूओं पर हो रहे अत्याचार, नहीं सहेगा हिंदुस्तान’
बांग्लादेश मेें अमानवीय अत्याचार का कडा निषेध
* धारणी में हिंदू जन आक्रोश मोर्चा
* व्यापारियों ने दुकानें बंद रखकर दिया समर्थन
धारणी/दर्यापुर/दि.20-बांग्लादेश में हिंदूओं पर हो रहे अमानवीय अत्याचार का का आज जिले के धारणी तहसील में कडा निषेध किया गया. धारणी तहसील में आज सुबह से ही सभी व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान बंद रखे. बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यों पर हो रहे अमानवीय अत्याचार रोकने व उन्हें सुरक्षा देने की मांग संकल हिंदू समाज मेलघाट द्वारा की गई. इस आशय का ज्ञापन हिंदू संगठनों ने उपविभागीय अधिकारी कार्यालय पहुंचकर सीओ राजेश माली को सौंपा. बांग्लादेशी हिंदूओं पर हो रहे अत्याचार रोकने के लिए तथा महिलाआेंं अमानवीय अत्याचार, हत्याकांड, व दुष्कर्म की घटना रोकने के लिए भारत सरकार ने कदम उठाना चाहिए अन्यथा देश के हिंदू आंदोलन की भूमिका लेकर बांग्लादेश से आए लोगों को सबक सीखाएंगे, यह चेतावनी ज्ञापन में दी.
जन आक्रोश मोर्चे की शुरुआत धारणी के कृषि उत्पन्न बाजार समिति प्रांगण से दोपहर 12 बजे हुई. यह मोर्चा शहर से भ्रमण करते हुए उपविभागीय अधिकारी कार्यालय पहुंचा. इस समय सकल हिंदू समाज के प्रमुख वक्ता एड.ठाकुर प्रमोदसिंह गड्रेल ने सभी हिंदूओं को जागने का आह्वान किया. जन आक्रोश मोर्चा में ‘हिंदू जागा हो’, ‘बांग्लादेशी हिंदूओं पर हो रहे अत्याचार, नहीं सहेगा हिंदुस्तान’, हिंदूओं पर हो रहे अत्याचार रोकने भारत सरकार कदम उठाए, यह फलक हाथ में लेकर निषेध किया गया. जन आक्रोश मोर्चा उपविभागीय अधिकारी कार्यालय पहुंचने पर उपविभागीय अधिकारी के माध्यम से महामहीम राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री को ज्ञापन प्रेषित किया गया. ज्ञापन में मेलघाट के हिंदू बंधुओं की ओर से अनुरोध किया गया कि, भारत सरकार तुरंत कठोर कदम उठाएं, इस घटना की पुनरावृत्ति न हो इसके लिए बांग्लादेश सरकार को चेतावनी दें, अन्यथा हिंदू समाज संतप्त होगा. इस घटना की गंभीरता को समझते हुए कदम उठाएं. उपविभागीय अधिकारी मौजूद नहीं रहने से सीओ माली ने ज्ञापन स्वीकारा.