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29 को अमरावती में भारतीय संस्कृति महोत्सव

महिलाओं से सहभागी होने की अपील

* मातृधर्म से राष्ट्र धर्म तक थीम
* पत्रकार परिषद में संयोजिका डॉ. वसुधा बोंडे द्बारा जानकारी
अमरावती/ दि. 26 – विश्व मांगल्य सभा द्बारा मातृधर्म से राष्ट्र धर्म तक विषय पर आगामी शुक्रवार 29 मार्च को दोपहर 3 बजे भारतीय संस्कृति महोत्सव यहां संत ज्ञानेश्वर सांस्कृतिक भवन में आयोजित हैं. जिसमें देवनाथ मठ के पीठाधीश जीतेंद्रनाथ महाराज मुख्य वक्ता होंगे. उसी प्रकार सभाचार्य प.पू. रेणुका माताजी, संगाबा अमरावती विवि के कुलगुरू डॉ. मिलिंद बारहाते और उनकी पत्नी प्रा. डॉ. श्वेता बारहाते , विदर्भ प्रांत अध्यक्ष मधुरा लेंधे, प्रमुखता से उपस्थित रहेंगे. यह जानकारी संयोजक डॉ. वसुधा अनिल बोंडे ने आज दोपहर उनके निवास पर आयोजित पत्रकार वार्ता में दी. इस समय विश्व मांगल्य सभा विदर्भ प्रांत की संगठन मंत्री तेजसा जोशी, सहसंयोजक संगीता बुरंगे, अंजली देव, सुगंधा देशमुख उपस्थित थी.
डॉ. वसुधा बोंडे ने बताया कि विविधता में एकता यह भारत की विशेषता है. विविध संस्कृति, विविध प्रांत, विविध वेशभूषा यह हमारी पहचान है. परिवारों में संस्कृति का जतन करने मातृशक्ति द्बारा कार्य किया जाना आवश्यक हैं. विश्व मांगल्य सभा गत 13 वर्षोे से देश विदेश में कार्यरत हैं. भारत में 12 राज्यों महाराष्ट्र, गोवा, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ, आंध्रप्रदेश, तेलंगांना, कर्नाटक, गुजरात, राजस्थान, दिल्ली, उत्तरप्रदेश, जम्मू में सभा का कार्य चल रहा हैं. बाल सभा छात्र सभा मेडिकल मिशन, सेवा कार्य, जनजाति कल्याण विभाग, धर्म संस्कृति शिक्षा विभाग और विदेश विभाग ऐसे कार्य क्षेत्र हैं. सभा में 14 पूर्णकालिक प्रचारिका काम कर रही हैं. सभा का दृढ मत है कि मातृ शक्ति राष्ट्रधर्म का पाठ भलीभांति सिखा सकती है.
डॉ. बोंडे ने कहा कि आधुनिक होना अच्छी बात हैं. किंतु अपने संस्कारों और संस्कृति का जतन करना भी उतना ही आवश्यक हैं. देश के उज्वल इतिहास, परंपरा, अध्यात्म, संस्कृति का आधुनिक जीवनशैली से समन्वय साधकर उज्वल और संस्कारवान पीढी मातृशक्ति गढ सकती हैं. अधिकाधिक महिलाओं से शुक्रवार के संस्कृति महोत्सव में उपस्थित रहने की अपील डॉ. बोंडे और सभी ने की.

 

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