अमरावती

नाटय महोत्सव से भारतीय संस्कृति का जतन

पूर्व मंत्री जगदीश गुप्ता के कथन

* कामगार कलयाण मंडल के नाट्य महोत्सव का उद्घाटन
अमरावती/ दि. 9– अंबानगरी सच्चे अर्थो में सांस्कृतिक परंपरा के कारण प्रसिध्द रही है. महाराष्ट्र कल्याण मंडल की ओर से इस नाट्य महोत्सव में भारतीय संस्कृति का जतन किया जाता है. ऐसा प्रतिपादन पूर्वमंत्री जगदीश गुप्ता ने किया है.
महाराष्ट्र कामगार कल्याण मंडल की ओर से 68वा प्राथमिक नाट्य महोत्सव का उत्साह से उद्घाटन भाउसाहेब लिमये सभागृह, सिपना कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नॉलॉजी में संपन्न हुआ. इस अवसर पर उद्घाटक के रूप में वे बोल रहे थे. इस कार्यक्रम के अध्यक्ष प्रा. एम. टी. नाना देशसमुख, ज्येष्ठ नाट्यकर्मी तथा प्रमुख अतिथि के रूप में प्राचार्य डॉ.संजय खेरडे, प्राचार्य,सहायक कल्याण आयुक्त वैशाली नवघरे तथा अमरावती गुट के कामगार कल्याण अधिकारी सत्यजीत मंच पर उपस्थित थे. 7 से 25 दिसंबर दौरान इस महोत्सव अंतर्गत प्रेक्षको के लिए विविध नाटको का प्रस्तुतिकरण किया जाएगा. पहले ही दिन नागपद्य नाटक का प्रस्तुतिकरण किया गया तथा गुरूवार को प्रथमेश वानखडे ने लिखे फास इस नाटक का प्रस्तुतिकरण किया गया. शुक्रवार को 9 दिसंबर को अट आली अंगलट यह नाटक प्रस्तुत किया जा रहा है. कार्यक्रम के अवसर पर नाना देशमुख ने गाडगे महाराज की छोटी सी एकांकिका प्रस्तुत की. इस कार्यक्रम का प्रास्ताविक व मान्यवरों का स्वागत अकोला विभाग के सहायक कल्याण आयुक्त वैशाली नवघरे ने किया. कार्यक्रम का सूत्रसंचालन अनिल गायकवाड व आभार अजय पांडे ने माना. कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए प्रतिभा पागदुने,सचिन खारोडे,संजय खेंते, हरीष वैद्य,सैय्यद मुख्तार अली, विद्या गुल्हाने,प्रमोद खडसे, निलेश कुकडे,राम अर्धापूरकर, विजया वैद्य,अलका हरकरे,सुनीता गुप्ता, गीता संभे, कुंदा इटणकर आदि परिश्रम कर रहे है.

 

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