भारत के विद्यार्थियों के पास दुनिया की सबसे बडी प्रतिभा का भंडार-प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी
पीआर पोटे अभियांत्रिकी में हैकथॉन में स्पर्धकों से साधा संवाद
अमरावती/दि.20- स्मार्ट इंडिया हॅकाथॉन के हार्डवेअर व सॉफ्टवेअर स्पर्धा के महाअंतिम फेरी देशभर के 47 नामांकित महाविद्यालय में यह स्पर्धा संपन्न हो रही है. भारत सरकार व एआयसीटी व्दारा विदर्भ के पी. आर. पोटे पाटील महाविद्यालय का स्पर्धा के लिए चयन किया था. जिसके चलते 23 मंत्रालय का 231 समस्या छोडने के साथ ही तंत्रज्ञान की खोज इस शोध स्पर्धा में ली जाएगी. जिसमें 12 हजार स्पर्धक सहभागी हो रहे है. हर विजेता टीम को प्रति समस्या के समाधान के बदले 1 लाख रुपये का इनाम दिया जाएगा. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करने के लिए स्मार्ट इंडिया हैकथॉन 2023 के महाअंतिम फेरी में पी.आर.पोटे पाटील महाविद्यालय
में सहभागी स्पर्धाकों सहित देश भर से स्पर्धकों से संवाद साधा.
विद्याथार्थियों के साथ संवाद साधते समय उन्होनें कहा कि मैं दिन भर स्मार्ट इंडिया हैकथॉन का अपडेट्स लेता हुं. तुम सभी ने स्मार्ट इंडिया हैकथॉन में खुब मेहनत किया. मगर मुझे सिखने की संधी मिलती है. उन्होनें आगे कहा कि इसीलिए जब स्मार्ट इंडिया हैकथॉन होता है तब मै तुम सब से संवाद साधने का प्रयत्न करता हुं. उन्होनें कहा कि कृत्रिम बुध्दिमत्ता यह एक गतिमान समस्या है व लोगों को नयी तकनिकी ज्ञान के चलते सतर्क रहना पडता है. उन्होनें ऐसा भी कहा कि तकनिकी ज्ञान यह अभूतपूर्व पध्दती से जीवन का एक महत्तव का भाग बना है. व भारत ने यह आयात न करें या उसके लिए अन्यों के भरोसे न रहे. भारत में दुनिया का सबसे बडा टैलेंट पूल है व दुनिया का विश्वास है कि भारत दुनिया के आवाहन का सामन करने के लिए कम किमत, गुणवत्तापूर्ण, शाश्वत व सर्वसमावेशक उपाय दे सकता है. स्मार्ट इंडिया हैकथॉन के महाअंतिम फेरी के समय विद्यार्थियों से संवाद साधते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि तंत्रज्ञान यह अभूतपूर्व पध्दती से अपने जीवन का महत्तव का हिस्सा बन गया है. भारत को किसी भी तकनिकी आयात करने की जरुरत नहीं है. इसके लिए हमारी दृष्टी होनी जरुरी है. इसके लिए अन्यों के भरोसे रहना पडता है. भविष्य में भारत के उत्पादकता बढाने के लिए सेमीकंडर व चिप टेक्नोलॉजी में भारत आत्मनिर्भर होने की बात उन्होनें व्यक्त की. इस स्पर्धा में रेल्वे वैगन में तुरंत कोयला भरने, बच्चों के मानसिक बिमारी का निदान करने, किसी भी भाषा में कही भी ऑडियों व्दारा भाषांतरित करना ऐसे प्रमुख समस्या पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विद्यार्थियों को निराकरण करने का आवाहन किया.