भारत गौरव गणाचार्य श्री विरागसागरजी महामुनि समाधिस्थ
कुछ दिन पहले ही पधारे थे अमरावती
अमरावती/ दि. 4- परम पूज्य दिगंबर जैनाचार्य, राष्ट्रसंत, भारत गौरव गणाचार्य श्री 108 विरागसागरजी महामुनिराज दी. आज गुरूवार 4 जुलाई को ग्राम डोनगांव जालना के पास देवमूर्ति ग्राम में समाधी मरण हो गया, जिससे संपूर्ण जैन समाज पर बहोत हानि हुई. कुछ दिन पहले, जब महाराजजी अपने 42 पिच्छी अनुयायियों के साथ अमरावती शहर में पहुंचे, तो स्थानीय मुनी भक्त चंद्रकुमार जाजोदिया, चंदू सोजतिया, अभिनंदन पेंढारी, महेश कोठारी, अनिल सुराणा, दीपक पेंढारी, सुरेश जैन ने गणाचार्य श्री विरागसागरजी महाराज के दर्शन किये . इस अवसर पर उनसे धर्म और सामाजिक कार्यों के बारे में चर्चा की गई, गणाचार्य ने उन्हें शिक्षाप्रद मार्गदर्शन दिया कि वे अहिंसा, व्यसन मुक्ति, शाकाहार, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ और स्वच्छता अभियान, व्यक्तिगत, परिवार, समुदाय, गांव की दिशा में काम कर रहे हैं. देश की सीमाओं, सभी धर्मों और राष्ट्रीय हित की भावना का प्रचार किया जाना चाहिये इस अवसर पर उन्होंने श्रोताओं को धर्मग्रन्थ एवं शिक्षाप्रद पुस्तकें दीं. पुलक जन चेतना मंच और सकल जैन समाज की ओर से अभिनंदन पेंढारी ने उन्हें विनयांजलि अर्पित करते हैं और हमारी आगे की प्रगति उनकी शिक्षाओं पर आधारित होगी.