अमरावती

अपनी मेहनत से बनाये गये खेत में ही हुआ इंदिराबाई की अस्थियों का विसर्जन

कडू परिवार ने पारंपारिक तरीके की बजाय अपनाया नया व अनूठा तरीका

  • राज्यमंत्री बच्चु कडू की संकल्पना को भाईयों का भी मिला समर्थन

चांदूर बाजार/दि.15 – राज्यमंत्री बच्चू कडू की मां श्रीमती इंदिराबाई बाबाराव कडू का निधन शनिवार की दोपहर 12.45 बजे वृद्धावस्था के चलते हुआ. जिसमें उनका अंतिम संस्कार रविवार को किया गया और सोमवार को उनका अस्थी विसर्जन कडू परिवार व्दारा परंपरा से हटकर किया गया. वैसे तो मृत व्यक्ति की आत्मा की शांति के लिए व उसे मोक्ष प्राप्ती हेतु नदी में अस्थियों का विसर्जन किया जाता है किंतु राज्यमंत्री बच्चू कडू की संकल्पना का समर्थन करते हुए उनके भाईयों ने भी अनूठी परंपरा के साथ अपनी माता का अस्थी विसर्जन किया. जिसमें कडू परिवार ने अपनी मां का अस्थी विसर्जन उस खेत में किया जहां उनकी मां ने उस खेत को अपने मेहनत से सिंचा था. राज्यमंत्री बच्चू कडू व उनके भाई भैय्या कडू ने परंपरा से हटकर अपनी मां की अस्थियों का विसर्जन किया जिसकी सर्वत्र चर्चा की जा रही है.
राज्यमंत्री बच्चू कडू व उनके भाई भैय्या कडू ने अपनी मां का अस्थी विसर्जन खेत में किए जाने की संकल्पना अपने भाईयों बहनों के समक्ष रखी. भाई व बहनों ने भी दोनो भाईयों के प्रस्ताव का समर्थन किया और जिस खेत में उनकी मां ने मेहनत की और अपने परिवार का पालन-पोषण किया उसी खेत में अस्थी विसर्जन किया गया. बता दें कि श्रीमती इंदिराबाई का निधन वृद्धावस्था के चलते शनिवार को हुआ था रविवार को उनका अंतिम संस्कार बेलोरा स्थित मोक्षधाम में किया गया. इस अवसर पर बच्चू कडू के चाहने वालो का जनसागर उमड पडा था. इंदिराबाई की अंतिम यात्रा में वारकरी दिंडियों का समावेश रहा साथ ही भक्ति गीत व राष्ट्रवंदना से इंदिराबाई को अंतिम बिदाई दी गई. इसी तरह से परंपरा से हटकर कडू परिवार ने सोमवार को विधिवत पूजन कर अपनी मां की अस्थियां जमा की और चांदूर बाजार रोड स्थित कवठा के खेत में अस्थियों का विसर्जन किया.

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