आंख आने की बीमारी का चल रहा संक्रमण, सतर्कता जरुरी
अमरावती/दि.1 – जिले में इन दिनों हर ओर आंख आने की बीमारी का संक्रमण चल रहा है. साथ ही विगत कुछ दिनों से मौसम में हुए बदलाव के चलते सर्दी व खांसी का प्रमाण भी बढ गया है. वहीं अब आंख आने की बीमारी के संक्रमण की वजह से अमरावतीवासी हैरान-परेशान हो गए है. जिला सामान्य अस्पताल के नेत्र विभाग में कंझेक्टीवाईटीस नामक बीमारी से पीडित 40 से 50 मरीज रोजाना ही अपनी आंखों की जांच हेतु पहुंंच रहे है. इसके अलावा निजी दवाखानों की ओपीडी में ही 70 फीसद मरीज आंख आने की बीमारी से पीडित है.
* आंख आने की वजह
जीवाणु व विषाणु की संक्रमण की वजह से कंझेक्टीवाइटीस नामक बीमारी होती है. इस बीमारी के संक्रमण की चपेट में रहने वाले व्यक्ति के रुमाल, चष्मा, आय ड्रॉप या सौंदर्य प्रसाधन का प्रयोग करने की वजह से इस बीमारी का संक्रमण अन्य लोगों में फैलता है.
* आंख आने के लक्षण
– आंख में बेहद तेज चूभन महसूस होना
– आंखों का लाल होना
– पलकों पर सुजन आना
– आंखों से पहले तरल पदार्थ निकलना और फिर चिपचिपा द्रव्य निकलना
* आंख आने पर किए जाने वाले उपाय
– आंखों को स्वच्छ रखे
– आंखों पर बार-बार हाथ ना लगाए
– आंखों में आय ड्रॉप डालने के बाद या आंखों पर हाथ लगाने के बाद हाथों को अच्छी तरह से धोए
– डॉक्टर की सलाह के अनुसार इलाज करवाए
* इस समय सरकारी व निजी अस्पतालों में पहुंचने वाले 70 फीसद मरीज कंझेक्टीवायटीस से पीडित है. परिवार में जिस व्यक्ति की आंखें आयी हुई है. उसके दैनंदिन प्रयोग की वस्तुओं को सबसे अलग रखा जाना चाहिए. साथ ही आंख आने पर बार-बार आंखों को हाथ से मलना नहीं चाहिए और घर पर किसी भी तरह का इलाज करने की बजाय डॉक्टर की सलाह लेकर ही औषधोपचार करना चाहिए.
– डॉ. अनुराधा तोटे,
नेत्र विशेषज्ञ