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आयुक्त की घोषणाएं साबित हो रही हवा-हवाई
अमरावती/प्रतिनिधि दि.६ – इस समय अमरावती मनपा क्षेत्र में भी बडे पैमाने पर डेंग्यू, मलेरिया व चिकन गुनिया के मरीज पाये जा रहे है. किंतु इससे निपटने हेतु प्रतिबंधात्मक उपाय योजना करने की बजाय मनपा प्रशासन द्वारा केवल कीटनाशक दवाईयों की फवारणी व धुवारणी को लेकर बातें और बैठकेंं ही की जा रही है. इस विषय को लेकर भले ही निगमायुक्त प्रशांत रोडे द्वारा अपने अधिनस्थों को एक ही दिन में एक ही समय शहर के सभी प्रभागों में फवारणी व धुवारणी को लेकर निर्देश दिये गये थे. किंतु हकीकत यह है कि, ऐसा कुछ भी नहीं हुआ. ऐसे में आयुक्त द्वारा दिये गये निर्देश व की गई घोषणा को हवा-हवाई कहा जा सकता है.
इन दिनों शहर का ऐसा कोई भी रिहायशी इलाका नहीं है, जहां पर संक्रामक बीमारी से पीडित मरीज न पाया गया है. ऐसे में शहर के सभी सरकारी व निजी अस्पताल संक्रामक बीमारियों से पीडित मरीजों से खचाखच भरे हुए है. वहीं दूसरी ओर हमेशा ही जनसेवा करने की दुहाई देनेवाले नगरसेवक लगभग लापता है और मनपा प्रशासन की भी नींद नहीं खुल रही. जिन इलाकों से नागरिकों द्वारा जमकर आवाज उठाई जाती है और शिकायत दर्ज करायी जाती है, उन इलाकों में तत्कालीक तौर पर फवारणी व धुवारणी करते हुए उसके छायाचित्रों को जीओटैग करके अपनी जिम्मेदारी को मनपा कर्मचारियों द्वारा पूरा कर लिया जाता है.
उल्लेखनीय है कि, मनपा अंतर्गत विभिन्न प्रभागों में साफ-सफाई तथा फवारणी व धुवारणी की जिम्मेदारी ठेकेदारों पर सौंपी गई है तथा ठेकेदारों द्वारा पैसा बचाने व खर्चा कम करने के लिए काम में कोताही की जा रही है. जिन्हें मनपा के स्वच्छता निरीक्षकों का भी पूरा साथ मिल रहा है. ऐसे में साफ-सफाई की व्यवस्था का अभाव रहने की वजह से शहर में विभिन्न तरह की संक्रामक बीमारियां पाव पसार रही है. इस आशय का आरोप विभिन्न क्षेत्रों के नागरिकों द्वारा लगाया जा रहा है.
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प्रशासन की कमजोरी उजागर
संक्रामक बीमारियों पर नियंत्रण रखने का जिम्मा महानगरपालिका के स्वास्थ्य एवं स्वच्छता विभाग पर होता है. किंतु इन दोनों विभागों में आपसी तालमेल व समन्वय ही नहीं है. इस समय शहरी स्वास्थ्य केंद्रों में दवाईयों की किल्लत रहने की शिकायत खुद कई नगर सेवकों द्वारा की जा रही है. वहीं संक्रामक बीमारियों का दौर शुरू रहने के बावजूद स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा इसे गंभीरता से नहीं लिया जा रहा. साथ ही सफाई ठेकेदारों द्वारा प्रभागों में किस दिन फवारणी व धुवारणी की जाती है, इसकी जानकारी खुद स्वच्छता अधिकारियों के पास नहीं है. ऐसे में आयुक्त प्रशांत रोडे द्वारा पूरे शहर में एक ही दिन एक ही समय फवारणी व धुवारणी किये जाने को लेकर की गई घोषणा पूरी तरह से हवा-हवाई साबित हुई है.
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कोविड में सफल, डेंग्यू में विफल
कोविड जैसी संक्रामक व घातक महामारी पर नियंत्रण पाने हेतु निगमायुक्त प्रशांत रोडे द्वारा उठाये गये कदम काफी प्रशंसनिय रहे. उन्होंने दिन-रात खुद काम करने के साथ-साथ प्रशासन को भी कार्यरत रखा. इसी का परिणाम है कि, आज अमरावती मनपा क्षेत्र में कोविड की बीमारी पूरी तरह से नियंत्रण में है. किंतु अब डेंग्यू, चिकन गुनिया व मलेरिया जैसी संक्रामक बीमारियों पर नियंत्रण पाने में वहीं मनपा प्रशासन असफल साबित होता दिखाई दे रहा है. हालांकि इस विषय को लेकर आयुक्त प्रशांत रोडे द्वारा लगातार बैठके लेते हुए दिशानिर्देश व आदेश जारी कर रहे है, किंतु उन निर्देशों व आदेशों पर अमल हो रहा है अथवा नहीं, इसकी आयुक्त रोडे द्वारा कुछ हद तक अनदेखी की जा रही है. जिसकी वजह से उनके अधिनस्थ अधिकारी व कर्मचारियों सहित सफाई ठेकेदारों द्वारा अपने काम पर ध्यान नहीं दिया जा रहा.