अमरावती/दि.9- इस वर्ष स्कूली साहित्यों पर भी महंगाई की मार पडी है. कागज की कीमत बढने से बॉन्ड बुक की कीमतें 25 प्रतिशत से बढ गई है. जिससे सामान्य परिवार के पालकों को 2 वर्ष के शिक्षा साहित्य पर होने वाला खर्च एक ही वर्ष में करना पड रहा है. विगत 2 वर्ष में कोरोना के कारण स्कूली साहित्यों की बिक्री कम हुई, लेकिन इस वर्ष स्कूली साहित्यों के दाम कई गुणा बढ गये है.
शैक्षणिक साहित्यों की कीमतों में हर वर्ष वृद्धि होती है. लेकिन इस वर्ष शिक्षा साहित्यों के दाम 25 प्रतिशत तक बढ जाने से अब 100 पेजेस वाली बॉन्ड बुक 25 रुपए की हो गई है. वहीं 200 पेज वाली बॉन्ड बुक 40 से 50 रुपए में बिक रही है. इस वर्ष कागज की कमी बडी संख्या में जा रही है. जिससे बॉन्ड बुक की कीमतों में भारी वृद्धि होने की बात शैक्षणिक साहित्य विके्रताओं ने बतायी.
* स्कूल बैग के भी दाम बढे
इन दिनों कक्षा पहली के छात्रों को लगने वाली स्कूल बैग 100 से 200 रुपए में बिक रही है. बडे बच्चों की स्कूल बैग के लिए 200 से 500 रुपए लिये जा रहे है. कक्षा पहली के छात्रों के लिए पहले अच्छी बैग औसतन 100 रुपए में, तो बडे बच्चों की बैग 300 रुपए में उपलब्ध थी. लेकिन अब स्कूल बैग भी महंगी हो गई है.
* पेन भी नहीं रहा सस्ता
पहले 2 रुपए से 5 रुपए तक अच्छे पेन मिलते थे, लेकिन अब साधारण पेन के लिए कम से कम 10 रुपए खर्च करने पडते है. उसी प्रकार संबंधित पेन की रिफिल नहीं मिलने से दुसरा पेन खरीदना पडता है. ऐसे में छात्रों को वर्ष भर में 1 दर्जन से अधिक पेन लगते है. पेन पर भी महंगाई का साया कायम है.
* बॉन्ड बुक के दाम
बॉन्ड बुक विगत वर्ष के रेट इस वर्ष के रेट
100 पेजेस 180 रुपए 280 रुपए
200 पेजेस 360 रुपए 500 रुपए
* बच्चों की शिक्षा के लिए सहना पडेगा अधिक खर्च
हर वर्ष शिक्षा साहित्यों के दाम बढते है, लेकिन इस वर्ष शिक्षा साहित्यों के दाम तेजी से बढे है. इसका असर सामान्य ग्राहकों पर होता है. लेकिन बच्चों की शिक्षा के लिए पालकों को अधिक खर्च सहना मजबूरी है, ऐसा पालक राहुल बोरकर व राजु वासनिक ने बताया. इस वर्ष शिक्षा साहित्यों पर दुगना खर्च होने की बात भी पालकवर्ग बता रहा है.