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इर्विन में भरती मरीजों की चिंताएं बढी
अमरावती/दि.31 – इस समय जिला सामान्य अस्पताल में म्युकर मायकोसिस नामक फंगल इंफेक्शन से संक्रमित मरीजों का इलाज जारी है और 9 मरीजों का ऑपरेशन भी हुआ है. किंतु इस बीमारी पर प्रभावी रहनेवाले एम्फोटेरिसिन इंजेक्शन का स्टॉक खत्म हो जाने की वजह से मरीजों के इलाज में कई तरह की समस्याओं व दिक्कतों का सामना करना पड रहा है. ऐसी जानकारी सूत्रों द्वारा दी गई है.
जानकारी के मुताबिक जिला सामान्य अस्पताल के वार्ड क्रमांक 14 में रविवार को म्युकर मायकोसिस के कुल 13 मरीज भरती थे. इसके अलावा यहां पर 9 मरीजों की सफलतापूर्वक शल्यक्रिया भी की गई है. यहां पर डॉ. श्रीकांत महल्ले, डॉ. सुजीत डांगोरे व डॉ. नम्रता सोनोने म्युकर मायकोसिस से पीडित मरीजों की नियमित जांच करते हुए जरूरत पडने पर मरीजों की शल्यक्रिया भी कर रहे है और शल्यक्रिया के सकारात्मक परिणाम भी दिखाई दे रहे है. किंतु इस बीमारी पर प्रभावी साबित हो सकनेवाले एम्फोटेरिसिन इंजेक्शन की आपूर्ति नहीं होने की वजह से मरीजों को काफी तकलीफों का सामना करना पड रहा है. वहीं इस समय एम्फोटेरिसिन-बी, आयट्राकोनॅझोल तथा फ्लुकोनॅझोल जैसी दवाईयों का भी स्टॉक खत्म रहने की वजह से मरीजों के रिश्तेदारों को काफी दौडभाग करनी पड रही है. इस संदर्भ में जिला सामान्य अस्पताल के औषध भंडार विभाग से संपर्क किये जाने पर पता चला कि, फिलहाल एम्फोटेरिसिन इंजेक्शन का स्टॉक खत्म है और अब तक इस इंजेक्शन की नई खेप प्राप्त नहीं हुई है.
समूचे देश में यही हालात
इस संदर्भ में जिलाधीश शैलेश नवाल द्वारा जारी की गई प्रेस विज्ञप्ती के मुताबिक म्युकर मायकोसिस के मरीजोें की संख्या बढने के चलते इस पर प्रभावी रहनेवाले एम्फोटेरिसिन-बी इंजेक्शन की आपूर्ति मरीज संख्या व मांग के अनुरूप विशिष्ट प्रक्रिया से करने के निर्देश सरकारी स्तर पर जारी किये गये है. यह इंजेक्शन निजी क्षेत्र में उपलब्ध नहीं रहने के चलते निजी अस्पतालों में भरती मरीजों को इस इंजेक्शन की जरूरत पडने पर जिला शल्य चिकित्सक कार्यालय की अनुमति से ही यह इंजेक्शन उपलब्ध कराने का प्रावधान है. किंतु इस समय इस इंजेक्शन की समूचे देश में किल्लत चल रही है और पूरे देश में लगभग एक जैसे हालात है.
जिला सामान्य अस्पताल में मरीजों की लगातार बढती संख्या की तुलना में एम्फोटेरिसिन इंजेक्शन बेहद कम प्रमाण में उपलब्ध है. म्युकर मायकोसिस पर यह इंजेक्शन बेहद प्रभावी रहने के चलते बाजार में इसकी कालाबाजारी न हो. इसलिए सरकार ने इस इंजेक्शन की आपूर्ति व वितरण को अपने नियंत्रण में ले लिया है. तथा यह इंजेक्शन खुले बाजार में उपलब्ध नहीं है. जिला सामान्य अस्पताल ने अपनी जरूरी से राज्य स्वास्थ्य विभाग को अवगत कराते हुए इंजेक्शन की मांग की है.
– डॉ. श्यामसुंदर निकम
जिला शल्य चिकित्सक