उच्च शिक्षा पर पाबंदी लाकर किया जा रहा अन्याय
-
भाजयुमो प्रदेश सचिव सोपान कनेरकर का सनसनीखेज आरोप
अमरावती/प्रतिनिधि दि.29 – कृषि क्षेत्र में भविष्य संवारने के लिए दिन-रात मेहनत करने वाले कृषि पदविका के 6 हजार छात्रों की पढ़ाई में बाधा निर्माण की जा रही है. राज्य कृषि शिक्षा संशोधन परिषद व राज्य सरकार को गलत नीतियों के चलते कृषि तकनीकी के तीसरे वर्ष में अध्ययनरत छात्रों को कृषि पदवीं में प्रवेश नहीं दिया गया है.जिससे छात्रों की उच्च शिक्षा पर बंदी लाने का षड़यंत्र रचा गया है. यह आरोप भाजयुमो प्रदेश सचिव सोपान कनेरकर ने लगाया है.
कृषि तंत्रनिकेतन 2018-2021 बैच के छात्रों ने कृषि पदवीं के शैक्षणिक वर्ष में जिन छात्रों ने कृषि तत्रनिकेतन या पाठ्यक्रम पूरा किया है, उन छात्रों को कृषि पदवी के पहले व दूसरे वर्ष के लिए प्रवेश नहीं दिया गया है. जिसके चलते जिन छात्रों ने कक्षा 10 वीं के बेस पर पदविका पाठ्यक्रम में प्रवेश लिया है, उन छात्रों के पदवी प्रवेश की पढ़ाई पर भी बाधा निर्माण हुई है. 2017-2020 शैक्षणिक वर्ष में जिन छात्रों ने कृषि तंत्रनिकेतन का पाठ्यक्रम पूरा कर कृषि पदवीं के पहले व दूसरे वर्ष में प्रवेश लिया हो,उन छात्रों का पाठ्यक्रम 2018-21 बैच के छात्रों का पाठ्यक्रम समान है. बावजूद इसके 2018-21 बैच के छात्रों को कृषि पदवीं के पहले व दूसरे वर्ष के लिए प्रवेश नहीं दिया जा रहा है. जिससे राज्य के चारों कृषि विद्यापीठों के 107 तंत्रनिकेतन के लगभग 6,420 छात्रों के प्रवेश पर सवालिया निशान बना हुआ है.