अमरावती

सच्चे युवा सैनिकों के साथ हो रहा अन्याय

मुख्य कार्यकर्ताओं को छोड बाहरी को दिया जा रहा महत्व

पत्रवार्ता में युवा सैनिकों ने सुनाया दुखडा
अमरावती /दि.13– दशहरे के मेले में हिंदू हृदय सम्राट शिवसेना प्रमुख बाला साहेब ठाकरे ने अपने हाथों में तलवार लेकर युवा सेना की स्थापना की थी. युवा सेना महाराष्ट्र के काम की शुरुआत अमरावती जिले के मोझरी स्थित समाधी स्थल पर दर्शन लेकर शुरु की गई थी. हर स्थानीय चुनाव में युवा सेना के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं अपने तन-मन-धन से कार्य कर शिवसेना को आगे बढाया. किंतु अब शिवसेना में पुराने कार्यकर्ताओं का कोर्ई मान नहीं रहा. इस लिए बाहरी लोगों को शिवसेना व युवा सेना में ज्यादा मान्यता दी जा रही है. जिसके चलते जिले के सैकडों शिवसैनिकों ने नयी कार्यकारिणी से नाराज होकर अपना इस्तीफा पार्टी के वरिष्ठों को सौंपा है. इस तरह की जानकारी युवा सेना में हाल ही में जिला समन्वयक, जिला सचिव, पद पर नियुक्त धिरज खोडकर, धिरज सातपुते, चेतन जवंजाल व उनके सहयोगियों ने दी.

स्थानीय राजापेठ स्थित श्रमिक पत्रकार भवन में बुधवार को आयोजित पत्रवार्ता में युवा सेना के नवनियुक्त पदाधिकारियों ने अपना इस्तीफा जाहिर करते हुए कहा कि युवा सेना में अब सच्चे व पुराने युवा सैनिकों के लिए कोई स्थान नहीं दिखाई पड रहा है. वैसे ही कॉग्रेस, राष्ट्रवादी कॉग्रेस पार्टी सहित अन्य दुसरी पार्टी से आने वाले युवा कार्यकर्ताओं को बडे पद से नवाजा जा रहा है. जिसके कारण पुराने व वरिष्ठ युवा कार्यकर्ताओं के उत्साह में कमी आ रही है. इसी तरह स्थानीय निकाय चुनाव सहित जिप.नप.मनपा जैसे चुनाव में जो युवा चेहरे सामाज से सामने आ सकते है. उन्हें दर किनार किया जा रहा है. पार्टी के वरिष्ठ इन पुराने युवा कार्यकर्ताओं को न पद न टिकट वाली निती अपना कर पार्टी से दुर कर रहे है. इसी के चलते जिले के अमरावती, परतवाडा -अचलपुर, चांदुर बाजार, सहित जिले के कई ग्रामीण क्षेत्रों के युवा शिवसैनिकों ने नाराजगी के चलते अपना इस्तीफा दिया है. इस्तीफा देने वाले कई ऐसे युवा पदाधिकारी भी है जो पहले बडे पदों पर रहकर वर्षो से संगठन को मजबुत करने का कार्य कर रहे है. किंतु उनकों आगे बढाने की बजाए उनका डिमोशन कर निचे के पदों पर रखा गया. वही बाहरी पदाधिकारियों को बडे पदों पर आसीन कर पुराने कार्यकर्ताओं को अनके अधिन कार्य करने का कहा जा रहा है. ऐसा आरोप भी युवा शिवसैनिकों व्दारा पत्रवार्ता में लगाया गया. पत्रवार्ता में धिरज खोडकर, धिरज सातपुते, चेतन जंवजाल, शिवराज चौधरी, मयुर गव्हाने, विपिन ढोंगे, स्वाराज शेंडे, शुभम चौधरी, प्रमोद धनोकार, भुषण भिसे, वैभव मोहोकार, अभिजीत भावे, प्रतिक कलसकर, चेतन काले, मोरेश्वर इंगले, आकाश माहुरे, सौरभ भोमे, समीर काकड, ऋग्वेद भूरे सहित दर्जनों नवनियुक्त पदाधिकारी उपस्थित थे.

हम बालासाहेब के युवा सैनिक
पत्रवार्ता के दौरान युवा शिवसैनिकों ने कहा कि हम हमेशा से ही बालासाहेब के आदर्शो पर चलते रहे है. कई कार्यकर्ता विगत 15-20 वर्षो से संगठन को मजबुत करने का कार्य कर रहे है. अगर हमें पद नहीं भी मिला तो हम युवा सैनिक के रुप में कार्य करते रहेगें.

उध्दव या आदित्य ठाकरे से संपर्क नहीं
इस्तीफा देने वाले युवा सैनिकों का कहना रहा कि हम उतने बडे नहीं है कि आदरणीय उध्दवजी ठाकरे या आदित्य ठाकरे से संपर्क कर पाए. मगर मिडिया एक ऐसा माध्यम है जिसके सहारे से हम अपनी बात उन तक पहुंचा सकते है. वैसे सभी नाराज युवा शिवसैनिकों ने अपना अपना इस्तीफा संगठन के वरिष्ठों को अपने स्तर पर सौंपा है तथा वह मान्य भी हो चुका है.

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