* अंडरपास का मुआयना करने हेतु पहुंचे थे आयुक्त
* अचानक ही कुछ महिलाओें ने उंडेली स्याही
* महिलाओं ने खुद को बताया शिवप्रेमी कार्यकर्ता
* अचानक हुई घटना से भौंचक रह गये आयुक्त आष्टीकर
* पुलिस ने आयुक्त आष्टीकर को मौके से सुरक्षित निकाला
* घटना से प्रशासन सहित शहर में हडकंप मचा
अमरावती/दि.9– आज स्थानीय राजापेठ रेलवे अंडरपास परिसर में उस समय सनसनी मच गई, जब अंडरपास से बारिश के पानी की निकासी हेतु की जानेवाली व्यवस्थाओं का मुआयना करने के लिए मनपा आयुक्त डॉ. प्रवीण आष्टीकर यहां पहुंचे और अचानक ही महिलाओं के एक समूह ने ‘जय भवानी-जय शिवाजी’ के नारे लगाते हुए निगमायुक्त आष्टीकर का घेराव करने के साथ ही उन पर स्याही फेंकी. खुद को शिवप्रेमी कार्यकर्ता बतानेवाली इन महिलाओं ने आरोप लगाया कि, मनपा प्रशासन ने राजापेठ रेलवे उडानपुल से छत्रपति शिवाजी महाराज का पुतला हटाने हेतु बनाये गये चबुतरे को भी तोड डाला और अब शायद राजापेठ उडानपुल को भी तोडा जाना है. जिसका वे निषेध करती है.
राजापेठ रेल्वे अंडरपास का अपने मातहत अधिकारियों के साथ मुआयना करते समय अचानक ही जब वहां पर कुछ महिलाएं नारेबाजी करते हुए पहुंची, तो आयुक्त आष्टीकर संभावित घटना का अंदाजा लगाते हुए थोडा संभलने की कोशिश करते दिखे और जैसे ही महिलाओं ने अपने साथ लायी स्याही की बोतल निकालकर आयुक्त आष्टीकर पर स्याही फेंकने का प्रयास किया, तो आयुक्त आष्टीकर वहां से लगभग जान बचाकर भागे. किंतु मौके पर मौजूद महिलाएं उन्हें दुबारा घेरने में कामयाब हो गई और उन्होंने आयुक्त आष्टीकर पर काली स्याही उंडेल दी. इस समय आयुक्त के साथ मौजूद सुरक्षा रक्षक ने आयुक्त आष्टीकर को अपने गले से लगाते हुए उन्हें बचाने का पूरा प्रयास किया और भीड से निकालकर वह उन्हेें उनकी कार तक लेकर पहुंचा. जहां कार में बैठकर आयुक्त आष्टीकर मौके से रवाना हुए. यह सब इतनी जल्दबाजी में हुआ कि, किसी को भी कुछ समझने या संभलने का मौका ही नहीं मिला. आयुक्त के मौके से निकल जाने के बाद भी स्याही फेंकनेवाली महिलाओं द्वारा राजापेठ रेलवे अंडरपास में खडे रहकर नारेबाजी करती रही और थोडी देर बाद वे भी वहां से रवाना हो गई.
* शिवाजी पुतले को लेकर लगातार तप रहा मामला
बता दें कि, विगत 12 जनवरी को जीजाऊ जन्मोत्सव का औचित्य साधते हुए बडनेरा निर्वाचन क्षेत्र के विधायक रवि राणा के नेतृत्ववाली युवा स्वाभिमान पार्टी द्वारा राजापेठ रेलवे ओवरब्रिज पर छत्रपति शिवाजी महाराज का पुतला अकस्मात ही लाकर स्थापित कर दिया गया था. साथ ही यह दावा भी किया गया था कि, इस स्थान पर छत्रपति शिवाजी महाराज का पुतला स्थापित करने हेतु मनपा से विगत करीब तीन वर्षों से अनुमति मांगी जा रही थी और प्रशासन द्वारा इस मांग की अनदेखी किये जाने के चलते युवा स्वाभिमान ने अपने स्तर पर कदम उठाते हुए जीजाऊ जन्मोत्सव का औचित्य साधकर छत्रपति शिवाजी महाराज का पुतला स्थापित किया. इसके साथ ही राजापेठ रेल्वे ओवर ब्रिज पर रोजाना सुबह-शाम इस पुतले का दुग्धाभिषेक तथा आरती व पूजन का सिलसिला शुरू हो गया था. वहीं दूसरी ओर प्रशासन ने इसे अतिक्रमण का मामला मानते हुए पुतले को वहां से हटाने की तैयारी शुरू कर दी थी. साथ ही करीब चार-पांच दिन बाद कडे पुलिस बंदोबस्त के बीच उस पुतले को वहां से हटा दिया गया. पश्चात विधायक रवि राणा ने आगामी 19 फरवरी को शिवजयंती के अवसर पर एक बार फिर उसी स्थान पर छत्रपति शिवाजी महाराज का पुतला स्थापित करने की घोषणा की. जिसके बाद यातायात में होनेवाली परेशानियों का हवाला देते हुए स्थानीय प्रशासन ने राजापेठ रेलवे ओवरब्रिज के बीचोंबीच बने चबुतरे को भी तुडवा दिया. जिसे लेकर युवा स्वाभिमान पार्टी की ओर से तीव्र व संतप्त प्रतिक्रिया दी गई थी. वहीं आज राजापेठ रेलवे ओवर ब्रिज के ठीक नीचे बने राजापेठ रेलवे अंडरपास का मुआयना करने हेतु पहुंचे मनपा आयुक्त डॉ. प्रवीण आष्टीकर का इसी मामले को लेकर कुछ महिलाओं ने खुद को शिवप्रेमी कार्यकर्ता बताते हुए घेराव करने के साथ ही उन पर स्याही फेंकी.
* युवा स्वाभिमान पार्टी ने मामले से झाडा पल्ला
यहां यह विशेष उल्लेखनीय है कि राजापेठ रेलवे ओवरब्रिज पर छत्रपति शिवाजी महाराज का पुतला स्थापित करने की मुहिम की अगुआई कर रही युवा स्वाभिमान पार्टी ने आयुक्त आष्टीकर पर स्याही फेंके जानेवाली घटना से अपना पल्ला झाड लिया है. पार्टी सूत्रों का कहना रहा कि, आयुक्त पर स्याही फेंकनेवाली महिलाओं का युवा स्वाभिमान पार्टी से कोई लेना-देना नहीं है.
उल्लेखनीय यह भी है कि, इन महिलाओं ने आयुक्त को देने के लिए अपने साथ एक ज्ञापन भी लाया था. किंतु इस ज्ञापन पर किसी पार्टी या संगठन का नाम नहीं लिखा हुआ है और ज्ञापन के नीचे हस्ताक्षरकर्ताओं के रूप में समस्त शिवप्रेमी लिखा हुआ है. हालांकि विश्वसनीय सूत्रों एवं प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक मौके पर युवा स्वाभिमान पार्टी के कुछेक पदाधिकारी व कार्यकर्ता भी देखे गये. लेकिन पार्टी द्वारा इसकी अधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं की गई. वहीं दूसरी ओर इस पूरे मामले को लेकर प्रतिक्रिया देने हेतु युवा स्वाभिमान पार्टी के अध्यक्ष व विधायक रवि राणा उपलब्ध नहीं हो सके और बार-बार संपर्क करने पर उनका मोबाईल आउटऑफ कवरेज ही दर्शा रहा था.
* आंदोलनकारी महिलाएं फरार होने में सफल
राजापेठ रेल्वे अंडरपास पर हुई इस घटना की जानकारी मिलते ही राजापेठ पुलिस का दल तुरंत ही स्थिति को नियंत्रित करने मौके पर पहुंचा. लेकिन तब तक आयुक्त डॉ. प्रवीण आष्टीकर वहां से निकल चुके थे. जिसके कुछ ही देर बाद उन पर स्याही फेंकनेवाली महिलाएं भी वहां से निकल जाने में कामयाब रही. ऐसे में राजापेठ पुलिस के हाथ कोई भी प्रदर्शनकारी महिला नहीं लगी. वहीं दूसरी ओर इस घटना के चलते मनपा प्रशासन सहित समूचे शहर में जबर्दस्त हडकंप व सनसनी व्याप्त है.