स्याही फेंक प्रकरण : धारा 307 व 353 का मामला
100 से अधिक प्रश्नों पर रवि राणा से ढाई घंटे पूछताछ
* सिटी कोतवाली थाने में एसीपी ने पूछताछ की
अमरावती/दि.7– आज गुरुवार को सिटी कोतवाली पुलिस थाने में एसीपी भारत गायकवाड की अगुवाई में पुलिस दल ने रवि राणा से 100 से अधिक प्रश्नों पर जवाब मांगा. आज सुबह 1.05 बजे रवि राणा एसीपी कार्यालय में दाखिल हुए. जहां उनसे दोपहर 3.12 बजे तक पूछताछ चली. इस दौरान एसीपी कार्यालय के सामने पुलिस ने धारा 144 लागू कर तगडा बंदाबस्त लगाया था. निगमायुक्त पर स्याही फेंकने के मामले में विधायक रवि राणा नामजद है. उन पर धारा 307, 353 के तहत अपराध दर्ज है. इसी अपराध में रवि राणा को 2 दिन पहले ही एसीपी के समक्ष पेश होने के निर्देश दिये गये थे. लेकिन रवि राणा दिल्ली में रहने से वे 2 दिन तक पेश नहीं हो पाये और आज अमरावती में आते ही उन्होंने सिटी कोतवाली थाने में पहुंचकर एसीपी कार्यालय में अपना बयान दर्ज कराया.
निगमायुक्त डॉ. प्रवीण आष्टीकर पर स्याही फेंकने के मामले में पुलिस ने विधायक रवि राणा पर अपराध दर्ज किये है. लेकिन मुझ पर ज्यादती भरी कार्रवाई की गई है. दवाब में मुझ पर गंभीर अपराध दर्ज किये गये, ऐसा विधायक रवि राणा ने बताया. आज जब विधायक रवि राणा से एसीपी कार्यालय में पूछताछ जारी थी उस दौरान युवा स्वाभिमान पार्टी के कार्यकर्ता किसी भी प्रकार का हंगामा ना कर पाये, इसका पूरा ख्याल पुलिस ने रखा था. वहीं रवि राणा ने भी अपने कार्यकर्ताओं से शांतता की अपील की थी.
* रवि राणा ने सभी आरोप झूठलाएं
– मीडिया से कहां ‘दबाव में गुन्हे दाखिल हुए’
– सीएम ने सीपी को सुपारी दी
एसीपी कार्यालय में पेशी के बाद बाहर आये रवि राणा ने बताया कि, जब स्याही फेंक मामला घटा तब मैं शहर में नहीं था और जब मुझे एसीपी कार्यालय की नोटीस मिली तब भी मैं दिल्ली में था. शासकीय दबाव में मुख्यमंत्री को खूश करने के लिए पुलिस आयुक्त आरती सिंह ने मुझ पर झूठे अपराध दर्ज किये है. मेरे साथ जूडे लोगों पर भी अपराध दर्ज किये जा रहे है. इसका मतलब साफ है कि, मुख्यमंत्री ने पुलिस आयुक्त को सुपारी दी है कि, किसी भी हाल में रवि राणा को झूठे अपराधों में फंसाया जाये. लेकिन कोर्ट का आदेश था इसलिए पुलिस जहां बुलाएंगी वहां जाना जरुरी समझकर मैंने आज ढाई घंटे तक चली पूछताछ में पुलिस को सहयोग कर सारे सवालों के जवाब दिये. जिस घटना से मेरा कोई संबंध ही नहीं है, उस घटना में मुझ पर अपराध दर्ज किये गये है, यह पुलिस को विस्तार से समझाया. मुझ पर जानबूझकर गंभीर अपराध दर्ज कराने वाले पालकमंत्री, पुलिस आयुक्त, खोडके को मैं छोडूंगा नहीं. सबको करारा जवाब मिलेगा, यह दावा भी रवि राणा ने किया.
* एसीपी गायकवाड ने कहा, सभी जरुरी मुद्दों पर जाचं हुई
– आवश्यकता पडी तो, राणा को दुबारा जांच के लिए बुलाएंगे
एसीपी कार्यालय में ढाई घंटे तक विधायक रवि राणा से पूछताछ करने वाले एसीपी भारत गायकवाड ने दै. अमरावती मंडल को बताया कि, इस मामले में जांच के लिए जरुरी सभी मुद्दों पर सवाल पूछे गये. जांच की दृष्टी से जो क्लिअरन्स जरुरी थे, उनकी पडताल की गई. आवश्यकता पडने पर रवि राणा को दुबारा जांच के लिए बुलाया जाएगा.