अमरावती/प्रतिनिधि दि.२७ – रापनि कर्मचारियों के लिए मान्य किये गए आर्थिक प्रश्नों का निराकरण नहीं किये जाने से रापनि कर्मियों की दिक्कतें बढ गई है. महिनाभर काम करने के बाद भी वेतन समय पर नहीं दिये जा रहा है. जिसके चलते अमरावती रापनि कर्मियों ने आज से विभागीय कार्यालय के सामने बेमियादी अनशन आरंभ किया है. इस अनशन की दखल नहीं लेने पर 28 अक्तूबर से राज्यभर के डिपो/यूनिट में कार्यरत कर्मचारियों का अनशन शुरु करेंगे.
बता दें कि, रापनि कर्मचारियों को महिना भर काम करने पर भी नियमित वेतन नहीं दिया जा रहा है. कामगार करार के तहत राज्य शासकीय कर्मचारियों को दिये जाने वाले लाभ भी समय पर नहीं मिल रहे है. सरकारी कर्मचारियों को यहां नवंबर 2021 से 28 फीसदी महंगाई भत्ता दिया जाने वाला है. वहीं रापनि कर्मचारियों को केवल 12 फीसदी महंगाई भत्ता दिया जाएगा. 30 जून 2018 के पत्र के अनुसार प्रशासन व्दारा मांगे मान्य करने पर भी सालाना वेतन वृध्दि दर, घर किराया, भत्ता नहीं दिया है. साल 2018 से महंगाई भत्ते में बढोत्तरी होने पर भी वेतन में नहीं दी गई है. इसके अलावा अन्य बकाया रकम का भी भुगतान नहीं किया गया है. सरकारी कर्मचारियों उत्सव अग्रीम 12 हजार 500 रुपए दिये जा रहे है, लेकिन दो वर्षों से डिमांड करने पर भी आर्थिक परेशानी दिखाकर बढोत्तरी नहीं की गई है. यह रापनि कर्मचारियों पर अन्याय है. रापनि कर्मियों ने करार के तहत 28 फीसदी महंगाई भत्ता, सालाना वेतन बढोत्तरी में 3 फीसदी वृध्दि, उत्सव अग्रीम राशि 12 हजार 500 रुपये, दीपावली भेंट के रुप में 15 हजार रुपए दीपावली पूर्व व बकाया रकम कर्मियों को देने की मांग की गई है. इन मांगों को लेकर रापनि कर्मचारी संयुक्त कृति समिति के बैनर तले आज से राज्यभर में विभागीय कार्यालय के सामने आंदोलन शुरु किया गया है. इस आंदोलन की दखल नहीं लेने से 28 अक्तूबर से राज्यभर के डिपों/ यूनिट में कार्यरत कर्मचारी भी आंदोलन शुरु करेंगे. आज के अनशन में असलम खान, मोहित देशमुख, शक्ती चव्हाण, जयदीप घोडे, प्रवीण चरपे, जयंता मुले, शशीकांत खरबडे, गणेश तायडे, पंकज डोंगरे, माहोरे, अनिल मोहानकर, रुपराव इंंगोले शामिल हुए है.