‘वाया सावरगांव खुर्द’ के दल द्वारा अभिनव कार्यशाला
प्रशांत नगर के कामगार कल्याण केंद्र के ललित कला भवन में नाटिका का प्रयोग आज
अमरावती/दि. 9– नौकरी-व्यवसाय संभालकर पश्चिम महाराष्ट्र में विदर्भ की नाट्य कला कायम रखने का प्रयास करनेवाले विदर्भ के युवाओं के दल का ‘वाया सावरगांव खुर्द’ नाटक काफी चर्चित होता जा रहा है. इस नाटक की टीम की तरफ से स्थानीय रंगभूमि के नए कलाकारों को प्रवाह में लाने की दृष्टि से चार दिवसीय कार्यशाला ली गई. इस नाटिका का प्रयोग आज प्रशांत नगर के कामगार कल्याण केंद्र के ललित कला भवन में आज शनिवार 9 नवंबर की शाम 7 बजे होनेवाला है.
वास्तविक यानी कार्य प्रदर्शनी का एक दृष्टिकोन. जिसमें पात्र और परिस्थिति की नैसर्गिक, सत्य और भावनिक दृष्टि का प्रामाणिक फिल्मांकन पर जोर दिया जाता है. यह स्टेज अथवा पडदे पर विश्वसनीयता, मानवीय अनुभव तैयार करने पर ध्यान केंद्रित करता है. जहां अभिनेता एक-दूसरे को और वातावरण को वास्तविक जीवन का प्रतिबिंबात्मक प्रतिसाद देते है. वर्तमान में पुणे-मुंबई में अभिनय और दिग्दर्शन क्षेत्र में स्वतंत्र पहचान निर्माण करनेवाले अतुल जैन और सुयोग देशपांडे नामक विदर्भ के इन युवकों ने कार्यशाला में प्रशिक्षक के रुप में काम देखा. अमरावती के अनेक नए कलाकारों ने इस चार दिवसीय कार्यशाला का लाभ लिया. विदर्भ के कलागुणों को विश्व के प्रचिलित नाट्य प्रवाह में शामिल करते समय आनेवाली दुविधा, नए तकनीकी ज्ञान, नए विचार और बदलती नाट्य शैली आदि बातों पर विस्तृत मार्गदर्शन इस अवसर पर सुयोग देशपांडे और अतुल जैन की तरफ से किया गया. नाट्य क्षेत्र के अनेक स्थानीय कलाकारों ने इस कार्यशाला को भेंट दी. ‘वाया सावरगांव खुर्द’ इस नाटक का प्रयोग आज शनिवार 9 नवंबर की शाम 7 बजे प्रशांत नगर के कामगार कल्याण केंद्र के ललित कला भवन में होने जा रहा है.