अमरावती

दुर्घटनाओं का तकनीकी पद्धति से करें निरीक्षण ः भरत कलसकर

अधिकारियों का दो दिवसीय प्रशिक्षण

अमरावती/दि.29– दुर्घटनाओं का निदान होने तक उस पर उपाय करना संभव नहीं, जिसके चलते दुर्घटनाओं का शास्त्रीय पद्धति से निरीक्षण करना आवश्यक है. ऐसा प्रतिपादन राज्य के परिवहन उपायुक्त (रास्ता व सुरक्षा) भरत कलसकर ने किया.
अमरावती शहर के प्रादेशिक परिवहन कार्यालय के सभागृह में विभागस्तरीय दो दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन किया गया था. इस समय कलसकर ने मार्गदर्शन किया. इस समय प्रमुख रुप से अमरावती के प्रादेशिक परिवहन अधिकारी राजाभाऊ गीते, उप प्रादेशिक परिवहन अधिकारी राज बागरी, प्रसाद गांजरे, ज्ञानेश्वर हिरडे, जयश्री दुतोंडे, प्रशिक्षक भुवनेश अलवार मंचासीन थे.
इस समय कलसकर ने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि दुर्घटना की जांच करते समय उसके मूल कारण को ढूंढना चाहिए. जिससे भविष्य में दुर्घटना मुक्त रास्ते दिखाई देंगे. इसलिए दुर्घटनाएं कम करने के लिए सामूहिक प्रयास की आवश्यकता है. कार्यशाला में प्रशिक्षक भुवनेश अलवार ने अधिकारियों को क्रॅश, डायनामिक्स, दुर्घटना की ग्रेव्हिटी, दुर्घटनाग्रस्त वाहनों के फोटो किस तरह निकालने चाहिए, सीटबेल्ट एवं तकनीकी निरीक्षण बाबत महत्वपूर्ण जानकारी दी. प्रादेशिक परिवहन अधिकारी गीते ने भी प्रशिक्षण कार्यशाला में मार्गदर्शन किया. दुर्घटना की व्याप्ती यह कैन्सर या अन्य बीमारी से अधिक बड़ी है. उसका असर संपूर्ण परिवार को ही नहीं, बल्कि मित्र परिवार को भी सहन करना पड़ता है. इसलिए यह नुकसान काफी बड़ा है.
कार्यशाला में परिवहन विभाग,पुलिस विभाग,राज्य महामार्ग यातायात शाखा,सार्वजनिक निर्माणकार्य विभाग अकोला, यवतमाल, वाशिम, बुलढाणा व अमरावती के अधिकारी उपस्थित थे.

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