राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का विजयादशमी उत्सव
अमरावती- दि. 10 राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की शाखाओं से समाज कार्य की प्रेरणा मिलती है और इससे सामाजिक जीवन में परिवर्तन होता है. ऐसा विश्वास जनता में निर्माण हुआ है. ऐसा प्रतिपादन राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के अ. भा. व्यवस्था प्रमुख मंगेश भेंडे ने व्यक्त किया. वे महानगर विजया दशमी उत्सव व शस्त्रपूजन कार्यक्रम में रविवार को श्रीमती नरसम्मा महाविद्यालय के मैदान पर प्रमुख वक्ता के तौर पर बोल रहे थे. कार्यक्रम में प्रमुख अतिथि के रूप में श्री चक्रधर इंडस्ट्रीज के संस्थापक तथा संचालक उदय देशमुख, विभागीय संघ चालक चंद्रशेखर भोंदू, महानगर संघ चालक सुनील सरोदे, सहसंघ चालक उल्हास बपोरीकर उपस्थित थे.
प्रमुख वक्ता मंगेश भेंडे ने आगे कहा कि भारत देश को सक्षम बनाना हो तो अस्तित्व खो चुके हिन्दु समाज को पुर्नस्थापित करना आवश्यक है. जिसके लिए मजबूत संगठन की आवश्यकता है. इस बात को ध्यान में रखते हुए डॉ. हेडगेवार ने संघ की स्थापना की. आज समाज जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में संघ के स्वयंसेवक कार्यरत है. सेवा प्रकल्प के माध्यम से देशभर में कार्य शुरू है. समाज में रहनेवाले प्रत्येक व्यक्ति को समाजपूरक जीवन व्यतीत करवाना यही सच्ची देशभक्ति है. स्वतंत्रता के 75 वें साल के पश्चात भी हमें स्वदेशी का प्रचार करना पड रहा है.
स्वदेशी भाव अपने में जागृत नहीं होने की वजह से यह परिस्थिति निर्माण हुई है. स्वदेशी के साथ मातृभाषा का अभिमान भी होना आवश्यक है. प्रमुख अतिथि उध्दव देशमुख ने कहा कि युवको को व्यवसायिक शिक्षा देने की आवश्यकता हेै तभी युवा उद्योग से जुडेंगे. होटल व्यवसाय, बिजली निर्मिति व नई 5 जी सेवा उद्योग व्यवसाय के लिए अनेक अवसर है. जिसमें युवको से प्रयास करने का आवाहन उन्होंने किया.
प्रमुख अतिथियों का स्वागत सुनील सरोदे ने किया तथा प्रास्ताविक व परिचय महानगर कार्यवाहक शाम नीलकरी ने किया. अमृत वचन लखन ठाकुर, सांघीक गीत विवेक धर्माले, प्रार्थना वरद आष्टीकर तथा व्यक्तिक गीत निशाद फनसालकर ने प्रस्तुत किया. मुख्य शिक्षक के तौर पर तथा प्रात्याक्षिक प्रमुख के रूप में आशुतोष भुजाडे, विवेक धर्माले, सागर जामकर, ईशान गीद, अथर्व पहाडे, रोहित यादव ने जबाबदारी निभाई. कार्यक्रम के पूर्व पथसंचालन निकाला गया. जिसमें स्वयंसेवक बडी संख्या में उपस्थित थे.