अमरावती

किसानों को फसल कर्ज देने का आंकडा बढाने की बजाए घटा

कर्ज के लिए किसान लगा रहे बैंक में चक्कर

अमरावती/दि.5 – संपूर्ण देश भर में कोरोना महामारी ने हाहाकार मचा रखा है. वहीं दूसरी ओर बेमौसम की बारिश भी थमने का नाम नहीं ले रही ऐसी बिकट परिस्थिती में किसान तपती धूप में खरीफ बुआई की पूर्व तैयारी में जुटा हुआ है. किसानों को खाद व बीज खरीदने के लिए फसल कर्ज आवश्यक है. जिसमें किसान बैंकों के चक्कर काट रहे है.
कृषि विभाग द्बारा खरीफ की बुआई के लिए किसानों को तिलहन व दलहन का उत्पादन बढाने का आहवान किया है. बैंकों ने भी खरीफ की बुआई के लिए किसानों के लिए कर्ज वितरण का प्लान बनाया है. किंतु इस साल यह कर्ज देने वाला प्लान चौकाने वाला साबित होगा. किसानों को फसल कर्ज देने का आंकडा बढने की बजाए 650 करोड रुपए से घटता हुआ दिखाई दे रहा है.
किसानों के कर्ज के लिए 2150 करोड रुपए का एक्शन प्लान बनाया गया था. किंतु खरीफ व रब्बी की बुआई के लिए मात्र1500 करोड रुपए का ही प्रावधान किया गया. जिसमें खरीफ के लिए 1200 करोड और रब्बी के लिए 300 करोड रुपए कर्ज का प्रावधान किया जाएगा. कोरोना महामारी ने किसानों के कर्ज पर भी कैंची चला दी है अब कोरोना संकट काल में किसान जाए तो कहां जाए ऐसी स्थिती निर्माण हो चुकी है.

जिला मध्यवर्ती बैंक को 405 करोड रुपए का टार्गेट

राष्ट्रीयकृत बैंकों के साथ-साथ जिला मध्यवर्ती बैंक को 405 करोड रुपए का टार्गेट दिया गया था. जिसमें जिला मध्यवर्ती बैंक ने 30 अप्रैल तक खरीफ बुआई के लिए 28,819 किसानों को 250.84 करोड रुपए का कर्ज वितरण किया है. हालांकि बैंक के 52 हजार सदस्य है और जिला मध्यवर्ती बैंक को 30 सितंबर तक दिया कर्ज वितरण का टार्गेट पूर्ण करना है. बावजूद इसके गत वर्ष की तुलना में देखा जाए तो एडीसीसी बैंक ने दिए गए टार्गेट का आंकडा कम कर दिया है. जिला मध्यवर्ती बैंक को 530 करोड रुपए का फसल कर्ज वितरण करना था जबकि रब्बी में मात्र 132 करोड का फसल कर्ज वितरण किया गया.

टार्गेट से अधिक नियोजन

किसानों की संख्या और कर्ज लेने वाले किसान सदस्य की संख्या को देखते हुए इस वर्ष नियोजन किया गया है. उल्लेखनीय है कि गत दो वर्षो से नियोजन से काफी कम प्रतिशत कर्ज वितरण किया जा रहा था. जिसके चलते कर्ज वितरण का प्रमाण काफी कम हो रहा था. इसलिए कर्ज लेने वाले किसानों की संख्या को देखते हुए लक्ष्य से अधिक कर्ज वितरण का नियोजन किया गया.
– जीतेन्द्र झा, अग्रणी बैंक व्यवस्थापक

दो लाख किसानों को फायदा

खरीफ बुआई के लिए सेंट्रल बैंक ने राष्ट्रीयकृत बैंकों के साथ विदर्भ कोकण ग्रामीण बैंक जिला मध्यवर्ती बैंक को कर्ज वितरण का टार्गेट सौंपा है. खरीफ बुआई के लिए दो लाख किसानों को इसका फायदा होगा.

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