अमरावती

जलकिल्लत के प्रलंबित काम समय पर पूर्ण करें

जलजीवन मिशन समीक्षा में पालकमंत्री के निर्देश

  • किल्लत प्रारुप 15 करोड का

अमरावती प्रतिनिधि/ दि.१५ – ग्रीष्मकाल को ध्यान में रखकर जिले में कही पर भी जलकिल्लत निर्माण न हो इस उद्देश्य से पूरी दक्षता लेनी चाहिए और प्रारुप के प्रस्तावित कामों को गति दे. जलजीवन मिशन की जलापूर्ति योजना के काम व प्रलंबित मुद्दे तेजी से पूर्ण करे, किसी भी बारे में प्रशासकीय लापरवाही सहन नहीं की जाएगी, इस तरह की चेतावनी राज्य की महिला व बालविकास मंत्री तथा जिले की पालकमंत्री यशोमती ठाकुर ने दी है.
संभावित जलकिल्लत निवारण उपाय व विविध जल योजनाओं की समीक्षा करने के लिए आज उन्होंने जिलाधिकारी कार्यालय में बैठक बुलाई. इस बैठक में पालकमंत्री बतौर अध्यक्ष बोल रही थी. विधायक बलवंत वानखडे, जिप अध्यक्ष बबलू देशमुख, पूर्व विधायक विरेंद्र जगताप, हरिभाऊ मोहोड, जिलाधिकारी शेैलेश नवाल, मुख्य कार्यपालन अधिकारी अमोल येडगे आदि उपस्थित थे.
किल्लत प्रारुप के अनुसार तहसील निहाय समीक्षा, जलजीवन मिशन, 70 गांव जलापूर्ति, तिवसा नगर जलापूर्ति, 32 गांव जलापूर्ति, 105 गांव जलापूर्ति, शहानुर जलापूर्ति आदि विविध विषयों की समीक्षा पालकमंत्री ने इस समय की. जिले में गत मासूम में 96 प्रतिशत बारिश हुई. जिससे अनेकों जगह पानी की उपलब्धता है. किंतु आवश्यक वहां किल्लत निवारण के लिए 15 करोड 2 लाख रुपए निधि का प्रारुप मंजूर किया है. जिसमें आवश्यकता को ध्यान में रखकर 922 में से 635 गांव समाविष्ठ है. उपविभागीय अधिकारियों की ओर से कुआ अधिग्रहण शुरु किया गया है. प्रारुप के अनुसार 92 बोरवेल, 221 नल योजना की विशेष दुरुस्ती, 56 अस्थाई नल योजना, 36 प्रगति पथपर योजना पूर्ण करना, 43 टैंकर जलापूर्ति व 474 निजी कुओं का अधिग्रहण किया जाएगा. इस तरह की जानकारी जिलाधिकारी नवाल ने दी. प्रारुप के प्रस्तावित काम समय पर पूर्ण करने, इन कामों का समय समय पर समीक्षा करने, कही पर भी किल्लत निर्माण न हो, इस तरह के निर्देश पालकमंत्री ने दिये.

  • उदासिनता को दूर रख काम करें

जलजीवन मिशन में अनेक काम प्रलंबित है. प्राधिकरण ने काम तेजी से करने, उदासिनता को दूर करे, इस बार और इससे पूर्व भी समीक्षा ली है, किंतु अभी तक कामों को गति मिलने की बात नहीं दिखाई दी. काम में लापरवाही सहन नहीं करेंगे, इस तरह की चेतावनी पालकमंत्री ने दी. जिन गांवों का जलापूर्ति योजना में समावेश है वहां 4 से 6 दिन बाद आपूर्ति होने की शिकायतें है, इस स्थिति में हर मामले में स्वतंत्र रुप से ध्यान देकर जलापूर्ति सूचारु करें, आवश्यक वहां पर्यायी व्यवस्था करे, किंतु सभी गांवों में नियमित जलापूर्ति होगी, इसकी खबरदारी बरते, इस तरह के निर्देश पालकमंत्री ने दिये. जलजीवन मिशन में चांदूर बाजार तहसील के 19 गांव, अचलपुर के 24 गांव, चांदूर बाजार-अमरावती- भातकुली-अचलपुर तहसील के 105 गांव, अमरावती में नांदगांव पेठ 33 गांव, अंजनगांव- दर्यापुर में 144 योजनाओं की दुरुस्ती, चिखलदरा तहसील के गौरखेडा और 35 गांव, शहापुर व 3 गांव तथा मोर्शी के 70 गांवों का इस योजना में समावेश है.

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