रबी सीझन के लिए पर्याप्त चना बीज आपूर्ति के निर्देश
जिप कृषि विषय समिती के सदस्यों ने उठायी थी मांग
अमरावती/दि.१० – इस वर्ष रबी सीझन के दौरान हरभरा यानी चने की सर्वाधिक बुआई होने की संभावना है. जिसके मद्देनजर हरभरा बीजों की समूचित आपूर्ति की जाये. ऐसे निर्देश जिला परिषद की कृषि विषय समिती ने कृषि विभाग के अधिकारियों को दिये है. महाबीज व नैशनल सीडस् कॉर्पोरेशन यह सरकार के नियंत्रणवाली कंपनियां है. जिनके माध्यम से बीजोत्पादन का कार्य किया जाता है. अत: इन कंपनियों द्वारा अधिक प्रमाण में हरभरा बीजों की उपलब्धता करायी जाये. ऐसी मांग जिप सदस्य प्रकाश साबले द्वारा की गई थी. महाबीज के पास फिलहाल बीजों की उपलब्धता कम है, लेकिन इस बार गत वर्ष की तुलना में रब्बी का बुआई क्षेत्र अधिक रहेगा. अत: सरकार की ओर से बीजोें के लिए सब्सिडी दी जाये. ऐसी भुमिका भी सदस्यों द्वारा रखी गयी. इस बैठक में जिप उपाध्यक्ष व कृषि सभापति विठ्ठल चव्हाण, समिती सदस्य प्रकाश साबले, सरिता देशमुख, महादेव समोसे, राजेंद्र पाटिल, कृषि विकास अधिकारी आडे, कृषि अधिकारी अनिल खर्चान तथा राउत सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे.
सेस फंड का लाभ बढाने पर ध्यान
महाबीज सहित अन्य निजी बीजोत्पादन कंपनियों ने किसानों को बुआई के लिए बीज उपलब्ध करवाये, लेकिन उन बीजों में अंकुरण ही नहीं हुआ और कई जगहों पर बीज खराब हो गये. जिसकी वजह से किसानों का काफी बडे पैमाने पर नुकसान हुआ है. ऐसे किसानों को पंचनामे होने के बावजूद भी नुकसान भरपाई नहीं मिली है. बोगस बीज देनेवाली कंपनियों में सरकारी बिजोत्पादन कंपनियों सहित निजी कंपनियों का का भी समावेश है. जिनके खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिये गये है. इसके साथ ही किसानों के लिए जिला परिषद के सेस फंड से व्यक्तिगत लाभ की योजनाएं चलायी जाती है. किंतु इस फंड के उद्देशों का दायरा सीमित है. अत: इस दायरे को बढाया जाये, ऐसी मांग भी सदस्यों द्वारा की गई है.