अमरावती/दि. २ – कोरोना विपदा के दौर में शासकीय विदर्भ ज्ञान विज्ञान संस्था ने प्रवेश शुल्क तिगुना बढ़ाते हुए डेढ सौ रूपये कर दिया है. इस संबंध में शिकायत मिलने पर जिले के पालकमंत्री एड.यशोमती ठाकुर ने मंगलवार को विश्रामगृह पर वीएमवी प्रशासन व पदाधिकारियों की बैठक बुलाई. इस दौरान पालकमंत्री ने छात्रों के केवल १०० रूपये प्रवेश शुल्क लेने के निर्देश दिए. जिससे अभिभावको को राहत मिली है.
यहां बता दे कि स्थानीय शासकीय विदर्भ ज्ञान विज्ञान संस्था की ओर से प्रवेश शुल्क तिगुना बढ़ाकर डेढ़ सौ रूपये कर दिया है. यह तिगुना शुल्क वसूली पूरी तरह से अन्यायकारक है. यह तत्काल कम किया जाए. वहीं जटिल ऑनलाईन प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए महाविकास आघाडी के सभी छात्र संगठन , शिवसेना और अन्य दलो की ओर से महाविद्यालय प्रबंधन को निवेदन दिया गया था. प्रवेश शुल्क कम नहीं करने पर आंदोलन करने की चेतावनी दी गई थी. बावजूद इसके महाविद्यालय प्रबंधन की ओर से तिगुना शुल्क वसूला जा रहा था. शिवसेना उपशहर प्रमुख आशीष ठाकरे ने बताया कि बीते सत्र में प्रवेश शुल्क ५० रूपये था. लेकिन कोरोना महामारी के दौर में इस वर्ष यह तिगुना कर दिया गया है. जिससे छात्रों के अभिभावको की परेशानियां बढ़ गई है.
इस संबंध में शिवसैनिको की ओर से पालकमंत्री यशोमती ठाकुर को भी जानकारी दी गई. जिसके बाद पालकमंत्री ने मामले की गंभीरता को देखते हुए सार्वजनिक विश्रामगृह पर बैठक लेकर महाविद्यालय प्रबंधन को प्रवेश शुल्क डेढ़ सौ की बजाय १०० रूपये लेने की सूचनाए दी गई. वही जिन छात्रों के डेढ़ सौ रूपये प्रवेश शुल्क लिया गया है. उनको ५० रूपये वापस देने के निर्देश दिए गये.