अमरावती दि. 18 – छत्रपति शिवाजी महाराज महाराष्ट्र राज्य के आराध्य दैवत है. उनका मान सम्मान तथा आदर व प्रतिष्ठा सदा रखी जानी चाहिए. जिसको लेकर पूरी दुनिया में किसी के मन भी दो राय नहीं है. किंतु पुतले की घटिया राजनीति कर छत्रपति का अपमान यदि कोई करेगा तो इसे सहन नहीं किया जाएगा ऐसी चेतावनी जिले की पालकमंत्री यशोमति ठाकुर ने सोमवार को दी.
पालकमंत्री यशोमति ठाकुर ने कहा कि, आसमान जैसी ऊंचाई वाले छत्रपति शिवाजी महाराज का अत्यंत छोटा पुतला तैयार कर उसकी अवमानना कर उसे चौक पर स्थापित किया जाना योग्य नही ंहै. छत्रपति शिवाजी महाराज का पुतला बकायदा शासन की अनुमति लेकर दिन के उजाले में गाजे बाजे के साथ उत्सव के बीच स्थापित किया जाता तो इसे किसी का भी विरोध नहीं रहता. पुतला हटाने का निर्णय स्थानीय प्रशासन व्दारा लिया गया है जिसमें मेरा पाकमंत्री के तौर पर कोई हस्तक्षेप नहीं है. किंतु केवल मुख्यमंत्री व सरकार पर कीचड उछालने के लिए कुछ लोग जानबूझकर राजनीतिक षडयंत्र रच रहे है ऐसा आरोप भी यशोमति ठाकुर ने लगाया है.
बगैर अनुमति के लगाए गए छत्रपति शिवाजी महाराज के पुतले को हटाए जाने पर विधायक व सांसद व्दारा विरोध किए आंदोलन के जवाब में पालकमंत्री यशोमति ठाकुर ने स्पष्ट किया कि छत्रपति शिवाजी महाराज का पुतला स्थापित किए जाने को लेकर कोई आपत्ति नहीं है किंतु सुप्रिम कोर्ट के आदेश और राज्य सरकार की गाइडलाइन का पालन करना अनिवार्य है. कानून के दायरे के बाहर जाकर यदि कोई रात बे रात पुतला बिठाता है तो यह योग्य नहीं है. पुतला बिठाना तो सरल है किंतु उसकी पवित्रता बनाए रखना और देखभाल करना कठिन है ऐसा भी पालकमंत्री यशोमति ठाकुर ने कहा.